नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद करेंगे कृषि जागरण के 'मिलियनेयर फार्मर ऑफ इंडिया अवार्ड्स' के दूसरे संस्करण की जूरी की अध्यक्षता Millets Varieties: बाजरे की इन टॉप 3 किस्मों से मिलती है अच्छी पैदावार, जानें नाम और अन्य विशेषताएं Guar Varieties: किसानों की पहली पसंद बनीं ग्वार की ये 3 किस्में, उपज जानकर आप हो जाएंगे हैरान! आम को लग गई है लू, तो अपनाएं ये उपाय, मिलेंगे बढ़िया ताजा आम एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! Organic Fertilizer: खुद से ही तैयार करें गोबर से बनी जैविक खाद, कम समय में मिलेगा ज्यादा उत्पादन
Updated on: 19 September, 2017 12:00 AM IST
Poultry Farming

अगर आप भी अंडा या चिकन खाने के बेहद शौकीन हैं तो यह खबर आपको सचेत करने के लिए हैं. जी हां, आपको बता दें कि पोल्ट्री इंडस्ट्री में बहुत बड़े स्तर पर एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल हो रहा है जिसके चलते एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया पैदा हो रहे हैं. 

इसके कारण फूड रेगुलेटर एफएसएसएआई (FSSI) ने राज्यों से कहा है कि वो सुनिश्चित करें कि पोल्ट्री प्रोडक्ट्स (Poultry Products) में तय मानकों का पालन हो.


मुर्गों की संख्या को तेजी से बढ़ाने के लिए पोल्ट्री इंडस्ट्री में बिना धड़ल्ले से ऐसी दवाओं का इस्तेमाल होता है. इससे एंटीबायोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया पैदा हो रहे हैं जिन पर किसी दवा का असर नहीं होता. सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट यानि सी.एस.ई. की एक रिसर्च में खुलासा हुआ है कि पोल्ट्री फार्म्स के आसपास ऐसे कीटाणु पनप रहे हैं.

जो संक्रमण और निमोनिया जैसी खतरनाक बिमारियां पैदा करते हैं. पोल्ट्री फार्म के जिस कचरे का इस्तेमाल खाद के तौर पर किया जा रहा है, उससे भी ड्रग रेजिस्टेंट बढ़ रहा है. खेतों के जरिए एंटीबॉयोटिक रेसिस्टेंट बैक्टीरिया खाने और पानी तक आ सकता है. चिकन खाने से भी ये बैक्टीरिया शरीर के अंदर जा रहा है.

English Summary: After reading this news, arguably you will leave the egg
Published on: 18 September 2017, 11:37 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now