अक्सर किसान अपनी फसलों को बेचने के लिए इधर-उधर घूमते रहते हैं जिससे उन्हें अपनी मेहनत का सही दाम नहीं मिल पाता है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले (Gonda district of Uttar Pradesh) के किसानों के लिए एक बड़ी खबर आयी है. जी हां, गेहूं की खरीद (Purchase of Wheat) को लेकर किसानों के लिए गोंडा के केंद्रों ने एक नयी जानकारी की घोषणा की है.
1 अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीद (Wheat procurement will start from April 1)
दरअसल, गोंडा जिले में पांच एजेंसियों के 90 केंद्र बनाए हैं. जहां किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (Wheat Purchase on MSP) पर 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो जाएगी. वहीं बिचौलियों को कान सीधे करने के लिए सभी केंद्रों पर ई-पॉप मशीनों (e-Pop Machine) की व्यवस्था की गई है.
90 केंद्र हुए स्थापित (90centers established)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (Minimum Support Price of Wheat) 2,015 रुपये प्रति क्विंटल रखी गयी है. इससे नीचे किसी भी किसान से गेहूं की खरीद नहीं की जाएगी. इसके अलावा, विपणन विभाग के मुताबिक इस बार जिले में 90 क्रय केंद्र खोले जाएंगे.
गेहूं है भारत की शान (Wheat is the pride of India)
भारत में गेहूं (Wheat Farming in India) की फसल मुख्य रूप से उत्तरी राज्यों में उगाई जाती है, जिसमें उत्तरप्रदेश 25.22 मिलियन टन के कुल उत्पादन के साथ गेहूं का सबसे बड़ा योगदानकर्ता है. इसके बाद पंजाब है जहां गेंहू का 15.78 मीट्रिक टन के साथ उत्पादन किया जाता है. और तीसरे नंबर पर मध्य प्रदेश है जहां गेंहू का 14.18 मीट्रिक टन उत्पादन होता है.
बिचौलियों को जड़ से किया ख़त्म (Eliminate middlemen from the root)
गेहूं की खरीद के लिए खाद्य विभाग को 13, पीसीएफ 14, पीसीयू 38, यूपीएसएस 24 और भारतीय खाद्य निगम को एक केंद्र आवंटित किया गया है. वहीं बिचौलिये इसमें अपनी टांग ना अड़ाएं इसके लिए भी तगड़ी व्यवस्था की गयी है.
गेंहू बेचने के लिए किसान कैसे करें अपना रजिस्ट्रेशन (Farmers how to register themselves to sell wheat)
जिस भी किसान को इन केंद्रों पर जाकर गेहूं बेचना है उन्हें खाद्य विभाग के पोर्टल पर जाकर अपना पंजीकरण कराना जरूरी है. इस रजिस्ट्रेशन में किसानों के मोबाइल नंबर और आधार कार्ड को ओटीपी जनरेट कर वेरिफाई भी किया जाएगा. बता दें कि किसान किसी भी जन सुविधा केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन करवा सकता हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं.
कहां हुए हैं केंद्र स्थापित (Where are the centers established)
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पद्री कृपाल - 5
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झंझरी - 12
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इटियाहोल - 2
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मुजेहना - 2
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रुपया- 14
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करनालगंज - 2
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कटरा बाजार - 9
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हलधरमऊ - 3
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परसपुर - 8
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तरबगंज - 4
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बेलसर - 3
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नवाबगंज - 7
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वज़ीरगंज-11
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मनकापुर - 5
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छपिया - 1
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भंजोट - 2