झींगा मछली पालन भारत में एक तेज़ी से बढ़ता व्यवसाय है, जिसके चलते, पंजाब सरकार (Punjab) ने राज्य के सभी जिलों में झींगा मछली पालन पर 40 प्रतिशत सब्सिडी योजना (Shrimp Farming Subsidy) प्रदान करने का फैसला लिया है. इस सब्सिडी का लाभ किसान व पशुपालक 25 जून 2022 तक ले सकते हैं.
पंजाब में मछली पालन (Fish Farming in Punjab)
पंजाब में मछली पालन की अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें नई ऊंचाईयों तक पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है. यह सब्सिडी उन किसानों के लिए वरदान साबित होगी, जिनके पास खारे इलाकों और सतलुज, ब्यास और घग्गर नदियों के किनारे की जमीन है. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मछली पालन के तहत पंजाब में 37 हजार एकड़ जमीन है.
मछली पालन (Fish Farming) के तहत एक एकड़ जमीन वाले किसानों को खुदाई के लिए 60,000 रुपए, चारा के लिए 20,000 रुपए और पानी में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए जलवाहक खरीदने के लिए 18,000 रुपए की जरूरत होती है. मछली पालन शुरू करने के लिए तालाबों की खुदाई और मछली के बीज डालने का यह उपयुक्त समय है.
झींगा पालन व्यवसाय शुरू करने के आसान तरीके (Easy way to start shrimp farming business)
स्थानीय मांग (Local Demand of Fish)
झींगा (Jhinga) की स्थानीय मांग और प्रतिस्पर्धा के बारे में अच्छी जानकारी होना सबसे आवश्यक है. इस व्यवसाय में कूदने से पहले बाजार अनुसंधान करें और स्थानीय झींगा व्यापार पर आवश्यक जानकारी प्राप्त करें.
लाइसेंस (Registration and License for Shrimp Farming)
अपना झींगा मछली व्यवसाय (Jhinga Machli) शुरू करने से पहले, स्थानीय प्राधिकरण से संपर्क करें. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वाणिज्यिक झींगा फार्म संचालित करने के लिए अधिकांश राज्यों को एक्वाकल्चर परमिट खरीदने की आवश्यकता होती है. इसके अलावा, अपने व्यवसाय को अपने राज्यों के कानून के अनुसार रजिस्टर करें.
साइट चयन (Location for Shrimp Farming)
मीठे पानी में झींगा पालन की सफलता काफी हद तक जबरदस्त होती है. आपको ऐसे तालाब का चयन करना होगा, जो तुरंत ही खोदा गया ना हो. नए खोदे गए तालाब पहले साल में खराब परिणाम देते हैं.
झींगा फार्म (Shrimp Farm)
आप अपने झींगा फार्म को कई अलग-अलग तरीकों से स्थापित कर सकते हैं. इसमें तालाब, बड़ा टैंक, स्विमिंग पूल और पानी के सभी कंटेनर शामिल हैं. हालांकि, एक प्राकृतिक तालाब वाणिज्यिक खेती के लिए सबसे अच्छा झींगा उत्पादन देता है. बता दें कि, 6.5 का पीएच स्तर झींगा पालन के लिए सबसे उपयुक्त है.
झींगा को क्या खिलाएं (Shrimp Feed)
अपने झींगा को दिन में दो बार खिलाएं. जब झींगा 5.0 ग्राम या उससे अधिक के आकार का हो जाए तो खिलाने की मात्रा को थोड़ा ज़्यादा कर दें.
कैसे लें इस योजना का लाभ (Shrimp Farming Subsidy Registration)
झींगा मछली पालन पर 40 प्रतिशत का अनुदान पाने के लिए आवेदक को अपना आवेदन राज्य के मछली पालन विभाग में 25 जून 2022 तक जमा करवाना होगा.