भारत सरकार द्वारा नागरिकों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी दी गई है, जिससे बेरोजगारों के लिए रोजगार उपलब्ध हो सकेगा. दरअसल, यूपी में तीन मेगा विकास परियोजनाएं (Three Mega Development Projects in UP) लागू की गयी हैं.
बता दें कि यूपी के गोरखपुर (Gorakhpur, UP) में 10 हज़ार करोड़ की 3 परियोजनाओं का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) द्वारा किया गया है. इन परियोजनाओं से राज्य के आर्थिक विकास को सुविधाजनक बनाया जाएगा. गोरखपुर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Uttar Pradesh Chief Minister Yogi Adityanath) का गृह क्षेत्र भी है.
बता दें कि इन परियोजनाओं में गोरखपुर उर्वरक संयंत्र (Fertilizer Plant), एम्स गोरखपुर परिसर (AIIMS Gorakhpur Campus) और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (Indian Council of Medical Research) गोरखपुर की नई उच्च तकनीक वाली प्रयोगशाला शामिल हैं.
खाद कारखाना राष्ट्र को किया समर्पित (Fertilizer factory dedicated to the nation)
प्रधानमंत्री मोदी अपने यूपी दौरे के दौरान गोरखपुर खाद कारखाने को राष्ट्र को समर्पित किया है. यह फ़र्टिलाइज़र प्लांट 30 साल से अधिक समय से अनुपयोगी होने के बाद सरकार द्वारा पुनर्जीवित किया गया है. इसको 8,603 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और इसका क्षेत्रफल 600 एकड़ में फैला हुआ है.
गोरखपुर उर्वरक संयंत्र 12.7 लाख मीट्रिक टन प्रति वर्ष की दर से स्वदेशी नीम-लेपित यूरिया प्रदान करेगा. गोरखपुर में उर्वरक संयंत्र की परियोजना हिन्दुस्तान उर्वरक एंड रसायन लिमिटेड (Hindustan Fertilizers & Chemicals Limited) के मार्गदर्शन में स्थापित की गई है, जो सिंदरी, गोरखपुर और बरौनी उर्वरक संयंत्रों को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम कर रही है. वहीं, प्रतिदिन 3,850 मैट्रिक टन मीन कोटेड यूरिया और 2,200 मैट्रिक टन लिक्विड अमोनिया का उत्पादन होगा.
पड़ोसी राज्यों को भी मिलेगा लाभ और रोजगार (Neighboring states will also get benefits and employment)
खास बात तो यह है कि पड़ोसी राज्य जैसे बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, हरियाणा और मध्यप्रदेश के किसानों को भी इसका लाभ मिलेगा. इसके अतिरिक्त 20,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा.
एम्स गोरखपुर (AIIMS Gorakhpur)
वहीं, एम्स गोरखपुर का पूरी तरह फाइनेंसियल प्रेमिसिस राष्ट्र को समर्पित किया. एम्स का निर्माण 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया गया है. यह 112 एकड़ में फैला हुआ है. गोरखपुर में एम्स की स्थापना प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत की गई है.
इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सुधारने के लिए पूरे भारत में ऐसे संस्थान स्थापित किए जा रहे हैं. एम्स गोरखपुर में उपलब्ध सुविधाओं में एक मेडिकल कॉलेज, 750 बिस्तरों वाला अस्पताल, आयुष भवन, नर्सिंग कॉलेज, यूजी और पीजी छात्रों के लिए छात्रावास आवास और सभी कर्मचारियों के लिए रहने की सुविधा उपलब्ध होगी.
गोरखपुर में आईसीएमआर (ICMR in Gorakhpur)
इसके अलावा गोरखपुर की यात्रा के दौरान पीएम मोदी आईसीएमआर- क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के नए भवन का भी उद्घाटन किया. इसमें जापानी इंसेफेलाइटिस पर शोध और इसके रोकथाम के लिए बेहतर जाँच की सुविधा भी मिलेगी.
इसके साथ ही अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त गोरखपुर में आईसीएमआर का नया भवन कई रोगों पर महारथ हासिल करने के लिए सहयोग करेगा.
ICMR क्षमता निर्माण में भी मदद करेगा और क्षेत्र के अन्य चिकित्सा संस्थानों को सहायता प्रदान करेगा. इससे पूर्वांचल के सभी जनपदों को भी विशेष लाभ मिलेगा.