भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) 16 से 18 जुलाई 2023 तक भारत रत्न डॉ. सी. सुब्रमण्यम ऑडिटोरियम, एनएएससी कॉम्प्लेक्स, नई दिल्ली में अपना 95वां आईसीएआर स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस मना रहा है.
बता दें कि ICAR हर साल 16 जुलाई के दिन ही अपना स्थापना दिवस मनाता है. लेकिन इस साल से ही इस कार्यक्रम को स्थापना एवं प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है. आईसीएआर भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के कृषि अनुसंधान और शिक्षा विभाग (डीएआरई) के तहत एक स्वायत संगठन है. यह संगठन पूरे देश में बागवानी, मत्स्य पालन और पशु विज्ञान सहित कृषि में अनुसंधान और शिक्षा के समन्वय, मार्गदर्शन और प्रबंधन के लिए शीर्ष निकाय है. देशभर में फैले 113 आईसीएआर संस्थान और 74 कृषि विश्वविद्यालय कृषि विज्ञान के क्षेत्रों में अत्याधुनिक अनुसंधान करने में लगे हुए हैं.
17 समझौता ज्ञापनों पर हुए हस्ताक्षर
इस दौरान मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्य कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री कैलाश चौधरी और सुश्री शोभा करंदलाजे की उपस्थिति में कार्यक्रम का उद्घाटन किया. कृषि में नवाचारों को मान्यता देने के लिए 40 चयनित प्रौद्योगिकियों के विकासकर्ताओं को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाणपत्र प्रदान किए गए. उद्घाटन सत्र के दौरान आईसीएआर संस्थानों और विभिन्न संगठनों के बीच 17 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए. आईसीएआर की 9 साल की उपलब्धि, भारतीय कृषि के जी20 विशेष संस्करण और कृषि विज्ञान में दो पुस्तकों सहित प्रमुख प्रकाशनों का भी मुख्य अतिथि और सम्मानित अतिथियों द्वारा विमोचन किया गया.
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव डेयर एवं महानिदेशक आईसीएआर, संजय गर्ग, अतिरिक्त सचिव डेयर और सचिव आईसीएआर भी इस अवसर पर उपस्थित थे. इस दौरान डॉ. पाठक ने परिषद की पिछले वर्ष की उपलब्धियां प्रस्तुत की. प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी और उद्योग इंटरफ़ेस इस कार्यक्रम का प्रमुख आकर्षण रहेगी. प्रदर्शनी में विभिन्न आईसीएआर संस्थानों द्वारा बनाई गई अनूठी प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित किया जाएगा, जिनमें किसान उत्पादकता, गुणवत्ता और लाभप्रदता में रुचि रखने वाले हितधारकों के लाभ के लिए व्यापारीकरण की क्षमता है. प्रदर्शनी में खाद्य सुरक्षा के लिए फील्ड क्रॉप टेक्नोलॉजीज से संबंधित उन्नत प्रौद्योगिकियां, उच्च मूल्य बागवानी, मशीनीकरण, सटीक खेती और मूल्य संवर्धन, जलवायु अनुकूल कृषि, मत्स्य पालन और जलीय कृषि और अभिनव पशुधन और पोल्ट्री को प्रदर्शित किया गया है.
आईसीएआर की मजबूत फ्रंटलाइन एक्सटेंशन सिस्टम और नवीन शिक्षा प्रणाली ने कृषि संवर्धन के महत्व को प्रदर्शित किया जाएगा. प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि और सम्मानीय अतिथि द्वारा किया गया. प्रदर्शनी के दौरान आईसीएआर संस्थानों द्वारा विकसित व्यापारीकरण की क्षमता वाली विभिन्न प्रकार की प्रौद्योगिकियों (टेक्नोलोजी) उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा.
किसानों, एफपीओ, छात्रों और कृषि उद्योगों ने लिया भाग
इस आयोजन में, आईसीएआर और उद्योगों के बीच बातचीत के पीपीपी मॉडल के साथ ही भविष्य की संभावनाओं के संबंध में आईसीएआर संस्थानों द्वारा विकसित विभिन्न प्रकार की प्रौद्योगिकियों/ उत्पादों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए 100 से अधिक उद्योग भागीदारों (इंडस्ट्री पार्टनर्स) की भाग लिया.
प्रदर्शनी से प्रौद्योगिकी के बड़े पैमाने पर प्रसार और कृषि विज्ञान को लोकप्रिय बनाने में मदद मिलेगी. 1000 से अधिक किसानों, एफपीओ, 1200 छात्रों, कृषि उद्योगों, सभी आईसीएआर संस्थानों के निदेशकों, राज्य कृषि विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और डीए एंड एफडब्ल्यू, डेयर / आईसीएआर विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों और भारत सरकार के अन्य संबंधित मंत्रालयों/विभागों के प्रतिनिधियों ने इस कार्यक्रम एवं प्रदर्शनी में भाग लिया. 731 केवीके (कृषि विज्ञान केंद्र) ने भी अपने परिसर में स्थापना दिवस और प्रौद्योगिकी दिवस मनाया.
इस अवसर पर उन्होंने किसान गोष्ठी, प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करने और किसानों व अन्य हितधारकों की प्रौद्योगिकी का प्रसार करने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन भी किया. इस तरह के आयोजन से ICAR द्वारा विकसित नई कृषि तकनीक का दूत्र गति से प्रसारण होगा और किसानों तक पहुंचेगी. कृषि क्षेत्र में तकनीकी की समुचित प्रयोग करके खेती में उत्पादन, उत्पादकता एवम गुणवता को बढ़ावा मिलेगा.