प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ उठा रहे 10 लाख लोगों के खाते को निष्क्रिय कर दिया गया है. साथ ही उन्हें अपात्र भी घोषित किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीएम किसान सम्मान योजना का पैसा चार लाख ऐसे खातों में भी चला गया है, जिनके अकाउंट होल्डर की मौत हो चुकी है. ऐसे में उन सभी खातों को बंद कर दिया गया है. इन मामलों को देखते हुए सरकार ने खातों के वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को और तेज कर दिया है. अगर आगे भी ऐसे मामले सामने आते हैं, तो उन खातों पर भी इसी तरह की कार्रवाई होगी.
खातों का कराया जा रहा है सत्यापन
उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उनके राज्य में कुल 2.62 करोड़ कृषकों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि पहुंची है. इन सभी खातों का वेरिफिकेशन कराया गया है. जिसमें अभी तक 1.81 करोड़ खातों का ही सत्यापन हुआ है. उन्होंने बताया कि इनमें भी 10 लाख खाते अपात्र निकले हैं. जिन्हें बंद कर दिया गया है. वहीं, वेरिफिकेशन से यह भी पता चला है कि इस योजना का लाभ ऐसे लोग भी उठा रहे हैं, जो आयकर देते हैं. इसके अलावा, इस नीधि का लाभ कुछ सरकारी कर्मचारी भी उठा रहे हैं. पति-पत्नी दोनों के नाम से पैसा पहुंचा है. ऐसे सभी लोगों से पैसा वापस लिया जा रहा है. शाही ने कहा कि आगे भी इस तरह की कार्रवाई होती रहेगी.
जून के पहले हफ्तों में सम्मान निधि आने की संभावना
बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की अगली किस्त जून के पहले हफ्ते में आ सकती है. मीडिया रेपोर्ट्स में इस बात का दावा किया जा रहा है. सरकार की ओर से इसको लेकर अभी तक पुष्टि नहीं की गई है.
कृषि क्षेत्र से जुड़े लोग अब तक सरकार की तरफ से कुल 13 किस्त ले चुके हैं. अब उन्हें 14वीं किस्त का इंतजार है. सरकार हर साल किसानों को 6000 रुपये देती है. ये पैसे दो-दो हजार रुपये करके तीन किस्तों में दिया जाता है. ऐसे में किसान को इस साल की दूसरी किस्त मिलने जा रही है.