एक वक्त था जब किसान खेती करने के लिए अपने पूरे परिवार को उसमें सम्मिलित कर लेते थे लेकिन आज के वक्त में खेती-बाड़ी का काम कृषि यंत्रों ने अपनी मदद से काफी आसान बना दिया है. इसी में से एक कृषि यंत्र रोटावेटर है. रोटावेटर वो कृषि यंत्र है जिसने ना सिर्फ किसानों की खेती को आसान बनाया है बल्कि इसकी मदद से किसान कम लागत में ज्यादा पैदावार भी पा रहे हैं. ऐसे में कृषि जागरण आपके लिए रोटावेटर के उपयोग, इसके लाभ और सरकार इसपर किसानों को कितनी सब्सिडी मुहैया कराती है ये सभी जानकारी लेकर आया है. साथ ही इसी लेख में हम आपको भारत के टॉप 10 रोटावेटर की पूरी जानकारी भी देने जा रहे है.
रोटावेटर क्या है?
रोटावेटर एक खास तरह का कृषि यंत्र है, जिसे ट्रैक्टर के साथ जोड़कर चलाया जाता है.
रोटावेटर का इस्तेमाल क्या है?
ये फसल की बुवाई से पहले खेत को तैयार करने में काम आता है. इस कृषि यंत्र का इस्तेमाल खास तौर से खेत में फसलों के बीज की बुवाई के लिए किया जाता है. ये खेतों से फसलों के अवशेष हटाने में भी मददगार साबित होता है. इससे मिट्टी में बीजों तक उर्वरक आसानी से पहुंच जाता है. इसका इस्तेमाल खेत की जुताई के लिए भी किया जाता है. इसकी मदद से किसान 125 मिमी-1500 मिमी की गहराई तक खेत की जुताई कर सकते हैं.
रोटावेटर के उपयोग से किसानों को क्या फायदा होता है?
किसानों का समय बचता है और लागत भी कम आती है. रोटावेटर अन्य जुताई के यंत्रों की अपेक्षा कम समय में काम पूरा कर लेता है. रोटावेटर अन्य कृषि यंत्रों की अपेक्षा 15 से 35 प्रतिशत तक ईंधन की बचत करता है. यह मिट्टी को तुरंत तैयार कर देता है जिससे पिछली फसल की मिट्टी की नमी का फिर से उपयोग हो सकता है. रोटावेटर की सबसे खास बात ये भी है कि इसे किसी भी तरह की मिट्टी में चलाया जा सकता है, चाहे मिट्टी दोमट, चिकनी, बलुई, बलुई दोमट, चिकनी दोमट आदि क्यों न हो.
रोटावेटर किसानों की आय का अच्छा साधन कैसे है?
रोटावेटर की मदद से खेत तैयार करने से मिट्टी में स्थित कूड़ा, डंठल,खरपतवार खाद आदि सभी कटकर मिट्टी में आसानी से मिल जाते हैं. इससे मिट्टी में उपलब्ध कार्बन की मात्रा में बढ़ोतरी हो जाती है, जो फसलों के लिए अच्छा साबित होता है. इससे खेत की अच्छी तैयारी होती है और जड़ क्षेत्र में पर्याप्त हवा प्रवाह होता है जिससे फसलों में कल्ले अधिक फूटते हैं. ऐसे में पैदावार भी ज्यादा होती है. साथ ही रोटावेटर के इस्तेमाल से जहां मिट्टी उपजाऊ और हेल्थी बनी रहती है तो वही इससे खेती करने में लागत भी कम आती है.
रोटावेटर पर सरकार कितनी सब्सिडी देती है?
जैसा की आपको पता है कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में सरकार किसानों और खेती-बाड़ी से जुड़ी सभी चिजों को बढ़ावा दे रही है. ऐसे में सरकार किसानों को रोटावेटर प्रदान करने के लिए भी सब्सिडी मुहैया कराती है. केंद्र सरकार स्माम योजना के तहत किसानों को कृषि मशीनों पर 40 से 80 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है. इसका लाभ देश के सभी राज्य के किसान ले सकते हैं. इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको सबसे पहले सरकार के द्वारा जारी की गई इसके ऑफिसियल वेबसाइट पर जाना होगा. यहां जाकर आपको स्माम योजना के लिए पंजीकरण करना होगा.
केंद्र सरकार की स्माम योजना के अलावा राज्य सरकारें अपने अपने स्तर पर कृषि उपकरण उपलब्ध करवाने के लिए सब्सिडी योजनाएं चलाती है. इसका लाभ लेने के लिए किसान भाई अपने जिले के कृषि अधिकारी या कृषि विज्ञान केंद्र से पूरी जानकारी ले सकते हैं.
रोटावेटर खरीदने पर 50% तक की छूट
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अपने राज्य के सभी किसानों को रोटावेटर खरीदने पर 50% तक की सब्सिडी देती है. इसका लाभ लेने के लिए राज्य के किसान यूपी सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट upagriculture.com पर जाकर अधिक जानकारी ले सकते हैं.
रोटावेटर की कीमत (rotavator price )
रोटावेटर की कीमत इसकी तकनीकी और इसकी आधुनिकता पर निर्भर करती है. भारतीय बाजारों में इसकी क़ीमत 50000 से शुरू होकर 2 लाख रुपये तक की है.
भारत के टॉप 5 रोटावेटर के बारे में जानें-
भारत के बाजारों में कई कंपनियों के रोटावेटर मिलते है. ऐसे में हम आपको भारत में प्रचलित 5 रोटावेटर के बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे है.
1.महिंद्रा जायरोवेटर ZLX 145 (Mahindra Gyrovator ZLX 145)
Mahindra कृषि यंत्र बेचने में भी आगे है. भारत में महिंद्रा जायरोवेटर ZLX 145 की कीमत 89,000 रुपये से शुरू है. महिंद्रा का ये रोटावेटर मल्टी स्पीड ड्राइव से लैस है. इसकी कई विशेषताएं हैं जिनमें बहु-गहराई समायोजन, डुओ कोन मैकेनिकल वॉटरटाइट सील शामिल है. आप इसे महिंद्रा की आधिकारिक वेबसाइट www.mahindra.com पर जाकर खरीद सकते हैं और यहां से अधिक जानकारी भी प्राप्त कर सकते है.
2.मास्कीओ गैस्पर्डो रोटावेटर (Mascio Gaspardo Rotavator)
मास्कीओ गैस्पर्डो कंपनी के लगभग 40 प्रकार के रोटावेटर भारतीय बाजारों में प्रचलित हैं. इसमें विराट प्रो, विराट प्रो एचसी 185, विराट जे 175, विराट प्रो 125, विरोट प्लस 145, विराट रेगुलर 185 आदि मॉडल्स शामिल हैं.
3.शक्तिमान रेगुलर लाइट (Shaktimaan Regular Light)
भारतीय किसानों द्वारा शक्तिमान उद्यान रोटावेटर व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली कृषि यंत्र है. इसका इस्तेमाल विशेष रूप से आर्द्रभूमि के लिए और हल्की व मध्यम मिट्टी के प्रकारों को संभालने के लिए किया जाता है. भारत में 48 ब्लेड वाले एक शक्तिमान रेगुलर लाइट रोटावेटर की कीमत लगभग एक लाख रुपये है. इसके अलावा भी भारतीय बाजारों में शक्तिमान कंपनी के कई प्रकार के रोटावेटर प्रचलन में हैं. इनमें रेगुलर लाइट, चैम्पियन सीरीज, यू-सीरीज, सेमी चैम्पियन प्लस, रेगुलर सीजन एसआरटी आदि मॉडल्स शामिल हैं. आप इन सब के बारे में अधिक जानकारी www.shaktimanagro.com पर जाकर ले सकते हैं.
4.सोनालिका मल्टी स्पीड सीरीज (Sonalika Multi Speed Series)
भारत में सोनालिका के 7 रोटावेटर के मॉडल्स प्रचलन में हैं. इसमें मिनी स्मार्ट सीरीज चेन ड्राइव, चैलेंजर सीरीज, मिनी स्मार्ट सीरीज गियर ड्राइव, स्मार्ट सीरीज, सींगल स्पीड सीरीज आदि मॉडल्स हैं. भारतीय किसानों के बीच सोनालिका एक भरोसेमंद ब्रांड है और खेतों की उत्पादकता बढ़ाने में मदद करने के लिए सर्वश्रेष्ठ श्रेणी में गिना जाता है. भारत में Sonalika Multi Speed Series सीरीज़ की कीमत 1.11 लाख रुपये से शुरू होती है. अगर आप भी सोनालिका का रोटावेटर खरीदना चाहते हैं तो आप इसकी खरीद www.sonalika.com पर जाकर कर सकते हैं.
5.मृदा मास्टर JSMRT C8 (Soil Master JSMRT C8)
ये रोटावेटर नरम और कठोर दोनों मिट्टी में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. भारत में मृदा मास्टर JSMRT C8 की कीमत 96000 है. किसान इसको dir.indiamart.com पर जाकर खरीद सकते हैं.
किसान रोटावेटर खरीदने के लिए कहां और किससे करें संपर्क?
यदि किसान कोई भी कंपनी का यंत्र खरीदना चाहते हैं तो घबराये नहीं बल्कि इसके लिए वह उस कंपनी के डीलर से संपर्क करे या तो फिर ऑनलाइन कम्पनियों की आधिकारिक वेबसाइट को चेक करें. यहां उन्हें रोटावेटर के बारे में अधिक जानकारी मिल जायेगी. यदि किसान वेबसाइट पर दी गई जानकारी से संतुष्ट नहीं हो पा रहे हैं तो वह वेबसाइट पर दिए गए फोन नम्बर पर कॉल करके जानकारी ले सकते हैं.