खरीफ सीजन में बढ़ानी है फसल की पैदावार, मई महीने में जरूर करें ये काम, कम खर्च में मुनाफा होगा डबल सिर्फ 10 एकड़ में 180 प्रकार की विभिन्न फसलें उगाकर अच्छी मोटी कमाई कर रहे अजय जाधव, पढ़ें इनकी संघर्ष की कहानी Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Top Agriculture Business Ideas: कृषि क्षेत्र के कम निवेश वाले टॉप 5 बिजनेस, मिलेगा बंपर मुनाफा! Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 4 June, 2020 12:19 PM IST
Tractor

बरसात का मौसम आने वाला है, ऐसे में खेतों की जुताई में ट्रैक्टर पर अधिक दबाव पड़ता है. यही कारण है कि डीजल की खपत बढ़ जाती है. वैसे भी आज के समय में तेल के दाम सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं, ऐसे में बचत के उपाय करना जरूरी हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिसके माध्यम से आप डीजल पर खर्च होने वाले व्यय को 25 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं.

ट्रैक्टर और मोटर पार्ट्स की सही देखभाल (Tractor and motor parts care)

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर गाड़ी की सही देखभाल, साफ-सफाई एवं सर्विस समय-समय पर हो, तो इससे उसकी कार्य क्षमता बढ़ती है. ट्रैक्टर की सही देखरेख इंजन पर पड़ने वाले भार को कम करता है, जिससे डीजल की खपत कम होती है.

लिकेज को करें दूर (Remove leaks)

आम तौर पर ट्रैक्टरों में एक समय के बाद लिकेज की समस्या शुरू हो जाती है, वैसे लीकेज की समस्या नए ट्रैक्टरों में भी हो सकती है. अक्सर किसान भाई इसे छोटी सी बात समझकर, इस तरफ ध्यान नहीं देते. जबकि विशेषज्ञों के मुताबिक प्रति सेकेण्ड अगर एक बूंद की भी लिकेज हो, तो आपको वर्ष में 1 लाख रूपए से अधिक का नुकसान हो सकता है.

चक्कों पर ध्यान दें (Pay attention to the wheels)

डीजल की खपत में सबसे बड़ा योगदान गाड़ी के चक्कों का होता है. चक्कों पर अतिरिक्त भार न डालें. काम के समाप्त होने पर खड़े ट्रैक्टर पर से वजन हटा दें. समय-समय पर टायरों में हवा की मात्रा की जांच करें. खेती के काम के लिए अलग तरह के टायर आते हैं, जबकि बोझा उठाने के लिए अलग टायरों का निर्माण किया गया है. इसी तरह कंकड-पत्थर या गिट्टी, रेत आदि कार्यों के लिए ट्रैक्टर का उपयोग कर रहे हैं, तो उसके लिए अलग-तरह के टायर बनाए गए हैं.

यह खबर भी पढ़ें : Mini Tractor : लॉन्च हुआ बैटरी से चलने वाला मिनी ट्रैक्टर, किसानों का डीज़ल का खर्च होगा ज़ीरो

उपयोग में न होने पर इंजन को करें बंद (Shut down engine when not in use)

आम तौर पर उपयोग में न होने पर भी किसान भाई इंजन को चालू रखते हैं, ऐसे में फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम और एयर फिल्टर आदि को नुकसान होता है और डीजल की खपत बढ़ती है.

(आपको हमारी खबर कैसी लगी? इस बारे में अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर दें. इसी तरह अगर आप पशुपालन, किसानी, सरकारी योजनाओं आदि के बारे में जानकारी चाहते हैं, तो वो भी बताएं. आपके हर संभव सवाल का जवाब कृषि जागरण देने की कोशिश करेगा)

English Summary: this is how you can save huge diesel in tractors know more about tractor efficiency and how to save money on fuel
Published on: 04 June 2020, 12:22 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now