Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 16 November, 2023 6:53 PM IST
अक्टूबर में घटी घरेलू ट्रैक्टरों की सेल. (Image Source: Freepik)

Tractor Sales: अक्टूबर में घरेलू ट्रैक्टर की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले गिरावट दर्ज की गई है. दरअसल, अक्टूबर महीने में ट्रैक्टरों की सेल 4 प्रतिशत तक गिरी है. कुल मिलाकर, इस साल अक्टूबर में 118,232 ट्रैक्टर बिके हैं. जबकि पिछले साल ये संख्या 123,525 थी. उद्योग विशेषज्ञों ने बताया कि अनियमित मॉनसून और लंबे त्योहारी सीजन के चलते इस बार पिछले साल की तुलना में अक्टूबर में बिक्री कम रही. हालांकि, धनतेरस और दिवाली की खरीदारी के चलते नवंबर में ट्रैक्टरों की ब्रिकी में तेजी देखने को मिली. उम्मीद है की नवंबर में ट्रैक्टरों की बिक्री अक्टूबर की तुलना में अच्छी रहेगी.

इस वजह से कम हुई ट्रैक्टरों की बिक्री

बिजनेस लाइन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, देश की टॉप ट्रैक्टर निर्माता कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अक्टूबर 2023 में 2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,336 ट्रैक्टरों की सेल की. जबकि, एस्कॉर्ट्स कुबोटा की ट्रैक्टर बिक्री पिछले महीने 9 प्रतिशत गिरकर 12,642 यूनिट्स पर रही. ट्रैक्टरों की बिक्री में सबसे अच्छा प्रदर्शन उत्तरी क्षेत्रों का रहा. जहां इनकी सबसे ज्यादा सेल हुई. इसी तरह पश्चिमी और पूर्वी क्षेत्रों में भी सरकारी योजना के तहत मिलने वाली सब्सिडी के चलते सेल काफी हद तक अच्छी रही. जबकि, दक्षिणी क्षेत्रों में ट्रैक्टरों की सेल अच्छी नहीं रही.

रिपोर्ट के अनुसार,  कम बारिश और राज्य सरकारों द्वारा कम सब्सिडी के कारण दक्षिण का प्रदर्शन खासा प्रभावित रहा. वहीं, अप्रैल-अक्टूबर की अवधि के दौरान, घरेलू ट्रैक्टर बिक्री 4 प्रतिशत गिरकर 5.88 लाख यूनिट (6.11 लाख यूनिट) रही.

निर्यात में भी आई गिरावट

अक्टूबर 2023 में 7,186 इकाइयों पर मासिक निर्यात जून 2020 के बाद सबसे कम रहा. ट्रैक्टर का उत्पादन अक्टूबर में 94,438 इकाइयों पर था, जबकि सितंबर में 90,688 और अक्टूबर 2022 में ये 86,856 इलाइयों पर था. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने अप्रैल-अक्टूबर 2023 की अवधि के दौरान ट्रैक्टर निर्यात में 33 प्रतिशत की सालाना गिरावट के साथ 7,470 इकाइयों की गिरावट दर्ज की है. वहीं,  ट्रैक्टर कंपनी एस्कॉर्ट्स के मुताबिक, यूरोप में आई मंदी उनके निर्यात में गिरावट का एक बड़ा कारण है. यूरोप उनके प्रमुख बाजारों में से एक है, ऐसे में उनका निर्यात प्रभावित हुआ है.

दूसरी छमाही बेहतर होने के आसार

महिंद्रा एंड महिंद्रा के फार्म इक्विपमेंट सेक्टर के अध्यक्ष,  हेमंत सिक्का ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही बेहतर होगी, क्योंकि उच्च कुल खरीफ उत्पादन, प्रमुख रबी फसलों के लिए उच्च एमएसपी और कृषि अर्थव्यवस्था को सरकार का समर्थन सकारात्मक भावनाओं को प्रेरित करेगा.  किसान ट्रैक्टर की मांग का समर्थन कर रहे हैं. जबकि ट्रैक्टर उद्योग चालू वित्त वर्ष को सपाट या मामूली सकारात्मक वृद्धि के साथ समाप्त करने की संभावना है. उन्हेंने कहा कि निर्यात में कोई सुधार देखने की संभावना नहीं है और अगले साल इसमें दोहरे अंकों के साथ गिरावट देखी जाएगी. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में ट्रैक्टर निर्यात में 28 फीसदी की गिरावट देखी गई है. सामान्य से कम मानसून और उच्च आधार को लेकर चिंताओं के कारण नुवामा ने वित्त वर्ष 2024 के लिए एक सपाट संख्या का अनुमान लगाया है.

English Summary: Sales of domestic tractors decreased in October by 4 percent this is the big reason
Published on: 16 November 2023, 06:54 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now