Reaper Machine: फसल कटाई के लिए परेशान होने वाले किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. आज हम आपको एक ऐसा मशीन के बारे में बताने जा रहे हैं तो आपका ये काम झट से पूरा कर देगी. दरअसल, फसल तैयार होने के बाद किसानों को सबसे ज्यादा दिक्कतें कटाई के दौरान पेश आती हैं. फसल की कटाई करना इतना भी आसान नहीं होगा. अगर इसे परंपरागत तरीके से किया जाए, तो इसमें काफी समय लग जाता है. लेकिन, टेक्नॉलॉजी अब इतनी आधुनिक हो गई है की फसल कटाई अब मीनटों में हो जाती है. जी हां, हम बात कर रहे हैं रिपर मशीन की जो दिनभर का काम तो 30 मिनट में पूरा कर देती है. फसल कटाई के लिए ये मशीन सबसे बेहतर मानी जाती है. क्योंकि इससे तैयार और पैकी फसल को आसानी से काटा जा सकता है.
मजदूरों की कमी के चलते होती है परेशानी
ये मशीन किसानों के लिए कितनी फायदेमंद है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है की राज्सथान के कई इलाकों में इस मशीन का खूब इस्तेमाल किया जा रहा है. राज्सथान के अधिकतर किसान परंपरागत तथा गेहूं और बाजरे की खेती पर निर्भर हैं. क्षेत्र में हर साल जब भी बाजरे और गेहूं की फसल पक जाती है, तब प्रदेश के अधिकांश किसान मजदूरों की कमी के कारण फसल कटाई की वजह से परेशान होते हैं. इसलिए, इन दिनों स्थानिय लोगों को ट्रैक्टर से बाजरे की कटाई करने का भरपूर रोजगार मिल रहा है. कटाई का सारा काम रिपर नामक मशीन से किया जाता है, जो ट्रैक्टर पर लगी होती है.
कीमत और सब्सिडी
रिपर मशीन की कीमत करीब 80 हजार से 1 लाख रुपये के बीच होती है. जिस पर कृषि विभाग सब्सिडी भी देता है. पूर्वी राजस्थान के करौली जिला के कृषि अधिकारी अशोक कुमार मीणा ने बताया कि ट्रैक्टर से चलने वाली इस मशीन की खरीद पर कृषि विभाग द्वारा 50 से 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाती है. यह मशीन बिना किसानों को किसी तकलीफ के बैगैर फसल काटने में माहिर है और आसानी से काम करती है. इसकी एक खासियत यह है कि यह मशीन फसल को स्वयंमेव काटकर इकट्ठा कर सकती है.
समय और पैसे दोनों की बचत
उन्होंने बताया कि जहां 5 मजदूर एक बीघा फसल को काटने में पूरा दिन लगा देते हैं, तो यह मशीन एक बीघा फसल को 30 मिनट में पूरी तरह से काटकर अलग कर देती है. उन्होंने बताया कि करौली में पिछले कई सालों से किसान फसल कटाई के लिए इसी मशीन का इस्तेमाल करते हैं. उन्होंने कहा कि एक बीघा फसल की कटाई के लिए 5 मजदूरों की आवश्यकता होती है, जिन्हें 300 से 400 रुपये की मजदूरी मिलती है. जबकि, रीपर मशीन एक बीघे की फसल को आधे घंटे में 1200 रुपये के किराए में काट देती है.