ड्रोन स्टार्ट अप कंपनी गरुड़ भारत की पहली ड्रोन कंपनी है जिसे भारत सरकार द्वारा एग्री ड्रोन सब्सिडी प्रदान की जाएगी. यह अनुदान देश में उपयोग को बढ़ावा देने के लिए दिया जा रहा है. पुने में हुए एक कार्यक्रम के दौरान 8 किसानों को गरुड़ ड्रोन प्रदान किए गए.
डीजीसीए से मान्यता प्राप्त यह ड़्रोन फसलों के स्वास्थ से लेकर, पानी और खाद के बारे में सूचनाएं मुहैया करा सकेगा. इसका उपयोग कीटनाशक और खाद के छिड़काव में भी किया जा सकेगा. इसके उपयोग से किसानों को मजदूरी पर होने वाले खर्चे का प्रभाव भी कम होगा. गरुड़ ड्रोन का कहना है कि सरकार से अनुदान मिलने के बाद यह ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचने का प्रयास करेगा. कंपनी का कहना है कि इस ड्रोन तकनीक से किसानों का ना ही सिर्फ खेती करने में आसानी होगी बल्कि फसल का उत्पादन भी बढ़ेगा.
भारत सरकार के एग्रीकल्चर मेकैनाइजेशन योजना के तहत, गरुड़ एयरोस्पस, एफएमटीटीआई, आइसीएआर, कृषि विज्ञान केंद्र और खेती के विश्वविद्य़ालयों के साथ मिलकर देश के किसानों को 100 प्रतिशत तक की छूट पर यह ड्रोन मुहैया कराए जा रहे हैं. इसमें कुल 10 लाख रुपयों तक की छूट दी जा रही है. कंपनी का कहना है कि यह छूट किसानों को बेहतर खेती के लिए प्रेरित करेगी और इससे इनका उत्पादन भी बढ़ेगा.
गरुड़ा एयरोस्पेस के सीइओ अग्निश्वर जयप्रकाश ने कहा, हमें बहुत खुशी हो रही है कि सरकार हमारे ड्रोन की खरीद पर अनुदान दे रही है. ड्रोन पहले से ही खेती के क्षेत्र में एक गेम चेंजर के रुप में शामिल हुआ है लेकिन अनुदान मिलने के बाद यह पूरे देश के किसानों तक मुहैया कराया जा सकेगा. हमारा उद्देश्य देश की कृषि व्यव्स्था में बदलाव लाना है.
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महाराष्ट्र राज्य कृषि विभाग के निदेशक विष्णु साल्वे ने कहा, हम गरुड़ को कृषि क्षेत्र में ड्रोन के इस्तेमाल को बढ़ावा देने को लेकर उनको बधाई देते हैं. आपकी तकनीक ने महाराष्ट्र के काफी किसानों को लाभ मिल रहा है. ड्रोन के इस्तेमाल से खेतों में पैदावार बढ़ने, फसल पर निगरानी रखने जैसी चीजें आसान हो गई हैं.