Dharti Ka Doctor Soil Testing Kit: पतंजलि ग्रुप ने अपनी अत्याधुनिक मृदा परीक्षण मशीन 'धरती का डॉक्टर' को लॉन्च किया है, जो अब किसानों के लिए एक नई उम्मीद और अवसर लेकर आई है. यह मशीन मृदा में मौजूद सभी महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की सटीक जांच करती है, जिससे किसानों को अपनी भूमि की सटीक स्थिति और स्वास्थ्य का जानकारी तुरंत मिलती है. इस महत्वपूर्ण पहल को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान द्वारा प्रमाणित किया गया है.
भरुवा एग्री साइंस (पतंजलि ग्रुप) द्वारा विकसित Dharti Ka Doctor स्वचालित मृदा परीक्षण मशीन एक अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित है, जिससे मृदा का परीक्षण कम समय में और कम लागत में सटीक तरीके से किया जा सकता है. इस मशीन के माध्यम से अब किसानों को अपनी कृषि भूमि के बारे में विश्वसनीय और सटीक जानकारी प्राप्त होती है, जिससे वे अपने कृषि कार्यों को अधिक प्रभावी और लाभकारी बना सकते हैं.
मशीन द्वारा मिट्टी की गुणवत्ता का परीक्षण
वर्तमान में रसायनों के अत्यधिक उपयोग से कृषि भूमि प्रदूषित और बंजर होती जा रही है. यह न केवल पर्यावरण के लिए हानिकारक है, बल्कि इससे खाद्य सुरक्षा पर भी नकारात्मक असर पड़ता है. हालांकि, ‘Dharti Ka Doctor’ मृदा परीक्षण मशीन के माध्यम से इस समस्या को दूर किया जा सकता है. इस मशीन का उपयोग करके मृदा की गुणवत्ता की सटीक जांच की जा सकती है, जिससे किसानों को यह जानकारी मिलती है कि उनकी भूमि में कौन से पोषक तत्वों की कमी है और किस प्रकार के सुधार की आवश्यकता है. इससे पहले, रसायन और उर्वरक की अधिकता के कारण भूमि का नुकसान हो रहा था, लेकिन इस मशीन की मदद से यह समय पर सुधार किया जा सकता है.
पतंजलि का लक्ष्य है कि वे किसानों की आय को दोगुना करने में मदद करें, और यह मृदा परीक्षण मशीन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. स्वचालित मृदा परीक्षण मशीन किसानों को सटीक और विस्तृत मृदा विश्लेषण प्रदान करती है, जिसमें मुख्य पोषक तत्व जैसे नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटाश, और गौण पोषक तत्व जैसे बोरॉन, आयरन, जिंक, कॉपर और मैग्नीशियम शामिल हैं. यह मशीन पतंजलि के वैज्ञानिकों द्वारा वर्षों के शोध और प्रयासों के बाद विकसित की गई है, जो किसानों के लिए एक क्रांतिकारी समाधान साबित हो सकती है.
मिट्टी के स्वास्थ्य की तुरंत जानकारी
यह मृदा परीक्षण मशीन किसानों को मिट्टी की स्वास्थ्य स्थिति के बारे में तुरंत जानकारी प्रदान करती है. मशीन पीएच स्तर, पोषक तत्वों की सामग्री और नमी के स्तर जैसी 12 महत्वपूर्ण मापदंडों का स्वचालित रूप से परीक्षण करती है. इसके परिणाम सिर्फ 3 से 5 मिनट में किसानों के मोबाइल फोन पर भेज दिए जाते हैं, जिससे उन्हें तत्काल अपने खेतों की स्थिति का पता चलता है. यह पूरी प्रक्रिया एंड्रॉइड फ्रेंडली है, जिसका मतलब है कि किसान कहीं से भी और कभी भी अपने मोबाइल के माध्यम से मिट्टी के नमूनों का परिणाम देख सकते हैं.
इस प्रक्रिया के माध्यम से किसान अपने खेतों की स्थिति के अनुसार सही और सटीक निर्णय ले सकते हैं, जो उनकी कृषि कार्यों को अधिक प्रभावी बनाएगा. छोटे किसानों से लेकर बड़े कृषि उद्यमों तक सभी किसान इस मशीन का लाभ उठा सकते हैं, जिससे यह एक अत्यधिक उपयोगी और सुलभ उपकरण बन गया है.
फसल उत्पादकता में सुधार
मशीन न केवल मृदा की गुणवत्ता का परीक्षण करती है, बल्कि यह फसल की उत्पादकता पर होने वाले प्रभावों को भी पहचानने में मदद करती है. जब किसान मृदा में मौजूद पोषक तत्वों की कमी और सुधार के उपायों के बारे में जान पाते हैं, तो वे अपनी फसल के उत्पादन में सुधार करने के लिए समय रहते उचित कदम उठा सकते हैं. इस मशीन की मदद से किसान उर्वरक का सही मात्रा में उपयोग करके अपनी फसल की उत्पादन लागत कम कर सकते हैं.
साथ ही, यह मशीन अनावश्यक उर्वरकों के उपयोग को भी कम करती है, जिससे पर्यावरण पर होने वाले नकारात्मक प्रभावों को कम किया जा सकता है. इसके अलावा, यह मशीन मिट्टी के क्षरण को रोकने में भी सहायक है, क्योंकि यह किसानों को उनकी मृदा की सही स्थिति के बारे में जानकारी देती है, जिससे वे मिट्टी को अधिक स्थिर और उपजाऊ बना सकते हैं. मशीन में AI और मशीन लर्निंग जैसी उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है, जो किसानों को सटीक और अनुकूलित मिट्टी की जानकारी देती है, ताकि वे दीर्घकालिक कृषि स्थिरता बनाए रख सकें.
अब तक 1,60,000 मृदा परीक्षण
'धरती का डॉक्टर' मृदा परीक्षण मशीन का उपयोग अब तक उत्तराखंड राज्य में 1,60,000 से अधिक सफल मृदा परीक्षणों के लिए किया जा चुका है. प्रतिदिन 100 से 120 मिट्टी के नमूनों का परीक्षण करके इस टीम ने यह अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल की है. इन नमूनों के परिणामों को अन्य सरकारी और निजी मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं से तुलना करने के बाद इसकी सटीकता की पुष्टि भी की गई है. यह मृदा परीक्षण मशीन वर्तमान में पुणे के मोशी किसान प्रदर्शनी (Moshi Kisan Exhibition) में रखी गई है.
इस मशीन ने सिद्ध कर दिया है कि यह न केवल तेजी से और सटीक परिणाम देती है, बल्कि यह किसानों के लिए एक उपयोगी और प्रभावी उपकरण साबित हो सकती है. इसकी मदद से किसान अपने खेतों की मृदा की स्थिति को बेहतर ढंग से समझ सकते हैं और आवश्यक सुधारों के बारे में सटीक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं.
वैज्ञानिकों का बयान
मशीन के उत्पाद विकास पर काम कर रहे वैज्ञानिकों का कहना है कि 'धरती का डॉक्टर' मृदा परीक्षण मशीन कृषि में एक नए युग की शुरुआत कर रही है. यह केवल एक तकनीकी नवाचार नहीं है, बल्कि यह किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो उन्हें अपनी मिट्टी के स्वास्थ्य को सही तरीके से समझने और सुधारने में मदद करेगा.
इस मशीन का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा को बढ़ावा देना और टिकाऊ कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देना है, जो हमारे प्राकृतिक संसाधनों को भविष्य के लिए संरक्षित रखेगी. यह मशीन अब एक नई दिशा में खेती करने के लिए किसानों को सक्षम बनाएगी, जो न केवल उनकी आय बढ़ाएगी, बल्कि पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से भी बचाएगी.
परेश पटेल, भरुवा एग्री साइंस प्रा. लि. ने कहा:
कृषि जागरण से बातचीत में परेश पटेल ने बताया कि भरुवा एग्री साइंस की रिसर्च टीम ने इस मशीन को विकसित करने के लिए वर्षों तक शोध किया है. इस मशीन को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) द्वारा प्रमाणित किया गया है, जो इसके गुणवत्ता और सटीकता की पुष्टि करता है. यह मशीन अब दुनिया भर में कृषि पद्धतियों को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार है और किसानों के लिए एक नया, सटीक और स्थिर समाधान प्रदान करेगी. इससे कृषि क्षेत्र में क्रांति आएगी.