भारत इस वर्ष आजादी के 75 साल पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. भारत का यह प्रयास है कि वह पूरी तरह से आत्मनिर्भर बने ताकि देश के किसान भी स्वतंत्र रूप से काम कर सकें. ऐसे में कृषि मशीनीकरण वास्तव में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रहा है.
भारतीय स्वतंत्रता की शुरुआत में भी कृषि क्षेत्र ने एक किकस्टार्ट देखा क्योंकि नेताओं ने समझा कि कृषि हमारे देश की अर्थव्यवस्था में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. हालांकि कृषि क्षेत्र समय के साथ विकसित हुआ, लेकिन किसानों द्वारा उपयोग किए जाने वाले उपकरण अभी भी काफी पारंपरिक हैं जैसे कि बैलगाड़ी, हाथ से चलाने वाला हल और मैनुअल कटाई प्रणाली.
लेकिन अब, बदलते भारत में प्रौद्योगिकी विकसित हो रही है और कृषि मशीनीकरण समय की मांग और जरुरत दोनों बन गया है. कृषि क्षेत्र में अगर मशीनों का उपयोग होता है, तो इसका असर उत्पादकता में साफ़ तौर पर दिखाई देता है. यानी उपज में भी वृद्धि होती है और श्रम लागत में कमी देखी जा सकती है.
ऐसे में किसानों को सर्वोत्तम कृषि मशीनीकरण प्राप्त करने और उनका इस्तेमाल करने के लिए सही ज्ञान की जरुरत है. इस माध्यम से किसानों को आत्मनिर्भर और अधिक स्वतंत्र बनाया जा सकता है. इस प्रयास में ना केवल सरकार बल्कि कृषि क्षेत्र के कई निजी खिलाड़ियों ने भी किसानों को उनके प्रशिक्षण केंद्रों जैसे कि केवीके के प्रशिक्षण कार्यक्रमों और उनके प्रदर्शन वैन के माध्यम से कई शैक्षिक अभियान की शुरुआत की है. जिसके माध्यम को किसानों को आधुनिक मशीनीकरण को लेकर शिक्षित करने का जिम्मा उठाया है.
फार्म मशीनीकरण में एक नाम स्टिल का भी आता है. यह कृषि उपकरण कंपनी भूमि की तैयारी से लेकर निराई और कटाई तक विश्व स्तरीय कृषि उपकरण प्रदान करती है. STIHL एक 90 साल पुरानी जर्मनी की कंपनी है. जो आज के समय में किसानों की पहली पसंद बन चुकी है. यह कंपनी आउटडोर हैंडहेल्ड पावर टूल्स के क्षेत्र में अग्रणी वैश्विक फर्मों में से एक है जिसमें चेन आरी, ब्रश कटर, हेज ट्रिमर, ब्लोअर, बैकपैक ब्लोअर, वैक्यूम श्रेडर जैसे आधुनिक उपकरण शामिल हैं. टेलीस्कोपिक प्रूनर्स, अर्थ ऑगर्स, रेस्क्यू आरी और कट-ऑफ आरी और सफाई उपकरणों की एक पूरी श्रृंखला है.
खेती को और अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से स्टिल किसानों को कृषि उपकरणों के उपयोग और उससे होने वाले लाभों को सही तरीके से समझाने के लिए प्रशिक्षण दे रहा है ताकि आने वाले समय में भारत के किसान भाई किसी से पीछे ना रह जाएँ और खुद को आत्मनिर्भरता के राह पर मजबूती से लेकर आगे बढ़ सकें.
किसान कृषि उपकरण जैसे स्टिल के पावर वीडर एमएच 710 का उपयोग भूमि की तैयारी से लेकर कटाई तक रिजर या हल संलग्नक के साथ कर सकते हैं. किसान अपनी धान वीडर केए (KA) सीरीज़ से फसल-विशिष्ट कृषि उपकरण जैसे धान वीडर अटैचमेंट भी प्राप्त कर सकते हैं ताकि सर्वोत्तम उपज प्राप्त हो सके. स्टिल के एमएच 710 टिलर जैसे पर्यावरण के अनुकूल उपकरणों के साथ, किसानों के पास खेती को सुविधाजनक बनाने के लिए सभी आवश्यक उपकरण हैं.
जिस तरह से विज्ञान और टेक्नोलॉजी अपने पैर फैलाती नजर आ रही है उसे देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जल्द ही उच्च उत्पादकता प्राप्त करने के लिए किसान कई ऐसे कृषि उपकरणों को अपनाएंगे. साथ ही ड्रोन और एआई की मदद से कृषि उद्योग और अधिक विकसित होने के लिए भी तैयार हैं.
फसल की पैदावार और गुणवत्ता में सुधार के लिए स्टिल कृषि उपकरणों का उपयोग करना किसानों के लिए सफल साबित होगा. अगर आप भी स्टिल के कृषि उपकरणों के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो:
लॉग ऑन करें: www.stihl.in
ईमेल: info@stihl.in
फोन नंबर: 9028411222