आज के समय में किसानों के लिए खेती में मशीनों का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी हो गया है. इसी कड़ी में देश-विदेश की बड़ी-बड़ी कंपनियों किसानों की जरूरतों के मुताबिक, कृषि मशीनों को उनके बजट के अनुसार तैयार करती हैं. देश के किसान भाइयों के लिए उन्नत खेती के लिए मशीनों का इस्तेमाल बढ़िया तरीके से किया जा रहा है.
इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के किसानों का अपनी खेती में कृषि उपकरणों का उपयोग (Use of Agricultural Equipment) बहुत ही बढ़िया तरीके से किया जा रहा है. इस बात की जानकारी मध्य प्रदेश के सरकार ने दी है.
मशीनीकरण से रोजगार के अवसर में कोई कमी नहीं
मध्य प्रदेश सरकार ने यह भी बताया कि खेती में छोटी-बड़ी मशीनों के आने के बाद से रोजगार के अवसरों में कोई कमी नहीं हुई है. मशीनों के इस्तेमाल से रोजगार में कमी आने की यह धारणा बिलकुल गलत है. आगे उन्होंने यह कहा कि मशीनों के आने के बाद से ही रोजगार के नए-नए अवसर बने हैं.
इसके अलावा सरकार का यह भी कहना है कि मध्य प्रदेश में फिलहाल 3800 कस्टम हायरिंग केंद्र (CHC) यानी की मशीन बैंक नई कृषि मशीनों का निर्माण व अन्य कई पहलुओं पर काम कर रही हैं. ताकि राज्य में कृषि मशीनों की मात्रा अधिक हो सके और खेती-किसानों में राज्य के किसान आगे बढ़ सकें.
मशीन बैंक का लाभ
मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य में मशीन बैंक का लाभ किसानों के साथ-साथ आम जनता को भी हुआ है. बता दें कि कस्टम हायरिंग सेंटर के बनने से इसके आस-पास के कम से कम 10 किलोमीटर के क्षेत्रों के लगभग 300 किसानों को सेवाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं. मिली जानकारी के मुताबिक, राज्य के किसान भाई इस केंद्र से कृषि मशीनों को किराये पर लेकर खेतों में सही तरीके से इस्तेमाल कर रहे हैं और अपनी आय में बढ़ोतरी कर रहे हैं.
मध्य प्रदेश के कृषि अभियांत्रिकी संचालक राजीव चौधरी के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश नई और आधुनिक मशीनों का एक हाई टैक हब बन चुका है. राज्य सरकार के द्वारा करीब 40 लाख से लेकर 2.50 करोड़ तक की कीमत वाले नई तकनीक की कृषि मशीनों तैयार की जाती है.
कैसे खोले मशीन बैंक
अगर आप भी अपने क्षेत्र में मशीन बैंक को खोलना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा. जैसे कि आपके पास स्नातक की डिग्री होनी चाहिए. फिर आपको अपने राज्य के कृषि विभाग से संपर्क करना होगा.
बता दें कि मशीन बैंक खोलने के लिए आपको लगभग 25 लाख रुपए तक का निवेश करना होगा. इसमें से आपको 5 लाख रुपए की मार्जिन राशि जमा करवानी होती है. वहीं आप इसके लिए सरकार की योजना का भी लाभ उठा सकते हैं. दरअसल, इसके लिए सरकार की तरफ से भी करीब 40 प्रतिशत तक सब्सिडी की सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है, जिसका सही तरीके से हिसाब लगाया जाए तो यह सब्सिडी की राशि कम से कम 10 लाख रुपए तक होती है.
अगर आपके पास मशीन बैंक खोलने के लिए पर्याप्त राशि नहीं हैं, तो आप इसके लिए अपने नजदीकी बैंक से संपर्क कर लोन भी प्राप्त कर सकते हैं.