Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 16 October, 2017 12:00 AM IST

दोस्तों वैसे तो हम हमेशा की आपको कुछ अलग बताते ही रहतें है लेकिन क्या आप जानते है की एक गांव ऐसा भी है जहाँ पर लोगों की पहचान उनके घरों पर बनी पानी की टंकियों से की जाती हो? और आप इन टंकियों को देखकर आप समझ जाएंगे की घर का मालिक क्या करता है. चलिए जानते है इस इनके बारे में. दोस्तों, पंजाब के जालंधर के पास एक गांव है  उप्पला गांव जिसे टंकियों वाला गांव कहा जाता है यहां के हर घर की पहचान उसके घरों पर बनी पानी की अजब गजब और नमूने दार टंकियां से होती है. और यहां के गांव में लोगों की भी पहचान उनके घरों पर बने पानी की टंकियों से होती है.

इन गांव के अलावा कुछ आस पास के गांव में भी अब कुछ ऐसी ही अजीबो गरीब आकर की टंकियां आपको दिख जायेगी. उप्पला गांव के मकानों की छतों पर आम वाटर टैंक नहीं है. बल्कि यहां पर हवाई जहाज, घोड़े, गुलाब, कार, बस आदि अनेक आकारों की टंकियां आपको दिखाई देगी.  अगर किसी की छत पर आर्मी का टैंक दिख जाए तो समझिए उस घर से कोई न कोई सदस्य आर्मी में है. अगर आपको छत पर प्लेन दिखे तो समझिए उस घर के लोग एनआरआई हैं.

English Summary: You will surely be surprised to see these tanks in a tanky village.
Published on: 16 October 2017, 02:14 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now