Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 14 June, 2022 6:08 PM IST
You can improve hormonal, physical and mental health from yoga.

आज की भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में शारीरिक समस्याएं एक आम बात हो गयी है. हर किसी को शरीर से जुड़ी कोई न कोई समस्या बनी ही रहती है. विशेषकर हार्मोनल असंतुलन की समस्या पिछले कुछ समय में काफी बढ़ती हुए देखी गई है.दरअसल, हार्मोन्स एक प्रकार के रसायन होते हैं जो कि विशेष कोशिकाओं द्वारा पैदा होते हैं.

आमतौर पर अंतःस्रावी ग्रंथियों(endocrine glands) के भीतर इनका निर्माण होता है और ये खून के बहाव के माध्यम से शरीर के विभिन्न हिस्सों में संदेश भेजने का काम करते हैं. इसमें होने वाले असंतुलन की समस्या पूरे शारीरिक में दिक्कत पैदा करती है.

 हार्मोनल असंतुलन होने पर शरीर में वजन बढ़ना,कंधों के बीच चर्बी का बढ़ना, अनावश्यक थकान, मांसपेशियों में कमज़ोरी और दर्द  जैसी कई समस्याएं पैदा होने लगती हैं. इन सस्याओं के समाधान के लिए विशेषज्ञों के मुताबिक नियमित रूप से योग-व्यायाम की आदत आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकती है. योग के अभ्यास की आदत हार्मोनल असंतुलन की समस्या को ठीक करने में मदद करते हैं.

हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए निम्न योगासनों का प्रयोग करें

भुजंगासन योग

हार्मोनल असंतुलन को कम करने के लिए भुजंगासन योग के अभ्यास की आदत काफी फायदेमंद साबित हो सकती है. नियमित रूप से भुजंगासन योग का अभ्यास थायराइड फंक्शन और ओवरी की स्थिति में सुधार करने में भी मदद करता है. जिससे हार्मोन्स की समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है. इसके अलावा यह योगासन पीठ और कमर दर्द की दिक्कतों को कम करने के साथ पेट के अंगों को स्वस्थ रखने में भी सहायक माना जाता है.

उष्ट्रासन योग(camel yog)

जिन लोगों को हार्मोनल असंतुलन की समस्या है, विशेषज्ञ उन्हें कैमल पोज या उष्ट्रासन योग का नियमित रूप से अभ्यास करने के लिए कहते हैं. यह रक्त के संचार को ठीक बनाये रखने में काफी सहायक होता है.

ये भी पढ़ें:Top 8 Yoga: वजन घटाने व अन्य स्वास्थ्य लाभों के लिए अपनाएं ये जबरदस्त योग आसान.

शलभासन योग

शलभासन योग के नियमित अभ्यास की आदत आपकी हार्मोनल इंबैलेंस की दिक्कतों को कम करने में काफी मददगार साबित  हो सकती है. विशेषकर हार्मोनल असंतुलन के कारण महिलाओं को इस आसन से काफी लाभ होता है और साथ ही शलभासन योग का नियमित अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है. 

English Summary: Yoga will improve hormonal, physical and mental health will also benefit, know how
Published on: 14 June 2022, 06:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now