मशरूम एक प्रकार का फफूंद (Fungus) है, जो जीवों के फफूंद साम्राज्य (Kingdom Fungi) से संबंधित है. यह बिना पत्तियों, जड़ों और बीज के उगने वाला जीव है, जिसे मुख्य रूप से खाद्य पदार्थ, औषधि, और जैविक प्रक्रियाओं में उपयोग किया जाता है. मशरूम का मुख्य भाग उसके फलने वाले शरीर (Fruiting Body) से बनता है, जो अक्सर छतरी के आकार का होता है. इसे खाने योग्य और विषैला दोनों प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.
मशरूम की संरचना
मशरूम की संरचना सरल होती है, लेकिन यह अपने विकास और कार्यों में अद्वितीय है. इसके मुख्य भाग हैं:
- कैप (Cap): मशरूम का ऊपरी छतरीनुमा भाग, जो इसे पहचाने का मुख्य आधार होता है.
- गिल्स (Gills): कैप के नीचे पतली प्लेटें, जिन पर बीजाणु (Spores) बनते हैं.
- स्टेम (Stem): मशरूम का डंठल, जो कैप को सहारा देता है.
- माइसेलियम (Mycelium): मशरूम का भूमिगत हिस्सा, जो मिट्टी या अन्य माध्यम में फैला रहता है. यह पोषक तत्वों को अवशोषित करता है.
मशरूम का वर्गीकरण
मशरूम को तीन प्रमुख प्रकारों में बांटा जा सकता है:
- खाने योग्य मशरूम: जैसे बटन मशरूम (Button Mushroom), शिटाके (Shiitake), और ऑयस्टर मशरूम (Oyster Mushroom). ये प्रोटीन, विटामिन, और खनिजों से भरपूर होते हैं.
- औषधीय मशरूम: रीशी (Reishi) और कोर्डिसेप्स (Cordyceps) जैसे मशरूम औषधीय गुणों के लिए जाने जाते हैं.
- विषैले मशरूम: जैसे डेथ कैप (Death Cap) और अमेनिटा फालोएड्स (Amanita Phalloides), जो जानलेवा हो सकते हैं.
मशरूम की विशेषताएं
- पोषक तत्वों से भरपूर: मशरूम प्रोटीन, फाइबर, विटामिन डी, और एंटीऑक्सिडेंट का उत्कृष्ट स्रोत है.
- लो कैलोरी: यह कम कैलोरी वाला खाद्य पदार्थ है, जो वजन प्रबंधन में सहायक है.
- औषधीय गुण: मशरूम में कैंसर-रोधी, एंटीबायोटिक और इम्यून बूस्टर गुण होते हैं.
- जैविक महत्व: मशरूम जैव-विघटन (Biodegradation) और जैव-उर्वरक (Biofertilizer) के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
उपयोग
- भोजन: इसे सूप, सलाद, और सब्जियों में उपयोग किया जाता है.
- औषधि: कैंसर, डायबिटीज, और अन्य बीमारियों के उपचार में.
- कृषि: जैविक खेती और मिट्टी के पोषण के लिए.