Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 17 July, 2020 11:24 PM IST

कोरोना महामारी के इस दौर में हर शख्स इम्यून सिस्टम बढ़ाने में लगा हुआ है. ऐसे हालात में हम कई घरेलू काढ़े पी रहे हैं. हालांकि, आपको इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि कहीं काढा़ ज्यादा तो नहीं पी रहे. 

इस कोरोनावायरस महामारी के दौरान सुरक्षित रहने के लिए सबसे जरुरी यह है कि हम अपनी प्रतिरक्षा को मजबूत और चुस्त रखें. कुछ विटामिन इम्यून को बढ़ाने का वादा करते हैं, लेकिन घर पर बना देसी काढा़ कई लोग अपना रहे है. काली मिर्च, दालचीनी, हल्दी, लौंग, गुड़, अदरक और तुलसी के पत्तों जैसे आसानी से उपलब्ध किचन सामग्री का उपयोग करके बनाया गया, देसी काढा़ के कई स्वास्थ्य लाभ हैं. लेकिन हद से ज्यादा इसे पीने के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं. 

बहुत ज्यादा काढा़ पीने से कई तरह के साइड इफेक्ट्स भी सामने आए हैं. जैसे, नाक से खून बहना, मुंह में फोड़ा, एसिडिटी, पेशाब करने में समस्या और अपच सहित कुछ दुष्प्रभाव होते हैं.

ऐसा इसलिए होता है क्योंकि काली मिर्च, हल्दी, दालचीनी, अश्वगंधा सहित काढ़ा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले तत्व शरीर में गर्मी पैदा करते हैं. शरीर में अधिक गर्मी पाचन को बाधित कर सकती है, नाक से रक्तस्राव हो सकता है और अन्य कई समस्याएं हो सकती हैं.

आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक, एक दिन में कितना काढ़ा पीना चाहिए, ताकि इसके साइड इफेक्ट ना हो. आयुर्वेद के अनुसार, आपके शरीर पर निर्भर करता है कि यह दिन में 10 बार पीना चाहिए या 2-3 बार.

आयुर्वेद विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों की कफ की शिकायत रहती हैं. उन्हें दिन में 2-3 बार से काढ़ा जरूर पीना चाहिए. ऐसे लोग काढ़ा पीन के बाद बेहतर महसूस करेंगे क्योंकि वे वायरल बीमारियों के अधिक शिकार होते हैं, जो काढ़ा ठीक कर सकता है.

 

English Summary: Side effects of having too much kadha? read this story
Published on: 18 July 2020, 11:31 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now