चावल एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिसका सेवन भारत में सर्वाधिक लोग पसंद करते हैं. इसे लेकर अक्सर ऐसा सुनने में आता है कि यह वजन बढ़ाने में मददगार होता है, या फिर चावल खाने से मोटापा बढ़ता है. ऐसे में लोग मोटापे से बचने के लिए लोगों को चावल न खाने की सलाह देते हैं. कुछ लोग जिन्हें वजन कम करना होता है वे चावल का सेवन करना छोड़ भी देते है.हालांकि ये गलत है. क्योंकि, न तो चावल खाने से फैट बढ़ता है और न ही इसमें उच्च कैलोरी पाई जाती है. हॉफ कप पके हुए चावल में औसतन 120 कैलोरी होती है, जबकि लगभग इतनी ही कैलोरी गेहूं की रोटी या ब्रेड जैसे कार्बोहाइड्रेट युक्त अनाज में भी पाया जाता है. एक छोटी चपाती या एक स्लाइस ब्रेड में औसतन 80-90 कैलोरी होती है.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि चावल खाने से मोटापा कम होता है. ऐसा हम नहीं कह रहे हैं. बल्कि ये बात एक रिपोर्ट में सामने आई है. दरअसल जापान में हुई एक रिसर्च के मुताबिक चावल से भरपूर डाइट लेने से मोटापा बढ़ता नहीं है बल्कि मोटापा कम होता है. वैज्ञानिकों के द्वारा यह रिसर्च 136 देशों के लोगों के चावल खाने की आदत और कैलोरी इनटेक के मद्देनजर की गई थी. इसमें हर देश के प्रतिभागी के बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) के डेटा को भी देखा गया.
अध्ययन के प्रमुख रिसर्चर प्रोफेसर चोमोको के मुताबिक,अध्ययन में सामने आया कि जिन देशों में चावल का सेवन भोजन के तौर पर प्रमुख रूप से किया जाता है वहां मोटापे की दर कम थी. वहीं पश्चिमी देश जहां चावल कम खाए जाते थे वहां मामला बिल्कुल उल्टा था. वह इसका वजह भी बताती हैं कि चावल में फैट कम होता है, यह प्लांट कंपाउंड है साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में पोषक तत्व उपलब्ध होते हैं. चावल का सेवन करने के बाद रोटी के अपेक्षा लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है. जिससे आप ओवरईटिंग से बचते हैं.प्रोफेसर चोमोको के मुताबिक, जापानी और एशियाई खाद्य शैली में चावल को मुख्य भोजन के रूप में शामिल कर सेवन किया जाता है. इन देशों में मोटापे की दर भी उन देशों के अपेक्षा कम है जहां पर चावल का इस्तेमाल लोग कम करते है. ऐसे में रोटी के अपेक्षा भोजन में चावल को प्राथमिकता देनी चाहिए.