आमतौर पर प्याज का सेवन तो हर घर में किया ही जाता है, लेकिन बहुत कम लोग हैं, जो प्याज खरीदते समय उसके रंगों पर भी ध्यान देते हैं. आम प्याज और लाल प्याज में फर्क को लोग सिर्प उसकी कीमतों से आंकते हैं, जबकि दोनों के गुण स्वाद और पोषक तत्व एक दूसरे से अलग हैं. चलिए आज आपको विस्तार से बताते हैं कि क्यों लाल प्याज आम प्याजों से अलग है.
हृदयघात को रोकने में सक्षम
लाल प्याज आपकी सेहत के लिए बहुत अधिक फायदेमंद है. आम प्याज के मुकाबले इसमें कुछ अतिरिक्त पोषक तत्व होते हैं, जो दिल की बीमारियों के उपचार में किसी औषधि की तरह काम करते हैं. खराब कोलेस्ट्रोल को निकालकर हृदय को सेहतमंद रखने के साथ ही ये हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भी फायदेमंद है.
कैंसर का खात्मा
भारत में इन दिनों कैंसर की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है. कैंसर को रोकने में लाल प्याज असरदार है, विशेषज्ञों का मानना है कि इसमें तमाम ऐसे गुण हैं, जो प्रोस्टेट और पेट के कैंसर को बढ़ने से रोकते हैं. अभी गर्मियों का मौसम भी आने वाला है. ऐसे में लू की समस्या से बचने के लिए इसका सेवन करना फायदेमंद है.
बालों की समस्या का निदान
भारत में खराब खान-पान और गलत जीवनशैली के कारण तेजी से लोग गंजेपन का शिकार होते जा रहे हैं. आज कम उम्र में ही लोगों के बाल झड़ रहे हैं या सफेद हो जा रहे हैं. इन समस्याओँ से बचने के लिए लाल प्याज के रस दिन में दो बार बालों में लगाया जा सकता है. बालों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही यह रूसी की समस्या भी समाप्त करने में सक्षम है. लाल प्याज का सेवन उन लोगों को करना चाहिए जो ज्यादा ऑफिस का काम करते हैं. ऐसे लोगों को यह कई तरह की बीमारियों से बचाने में सक्षम है.
मजबूत हड्डियां
एक अन्य अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन प्याज खाती हैं, उनकी हड्डियां प्याज न खाने वाली महिलाओं की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक मजबूत होती हैं. साथ ही 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के प्याज खाने से हड्डियों पर सकारात्मक असर पड़ता है. अर्थराइटिस फाउंडेशन के अनुसार, प्याज में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन इतना असरकारी है कि यह ल्यूकोट्रिएन, प्रोस्टाग्लैंडिंस और हिस्टामाइन के प्रभाव को कम कर सकता है.
सूजन व एलर्जी से राहत
ऐसा माना जाता है कि अगर खाने में प्याज का इस्तेमाल किया जाए, तो साइनस की समस्या दूर हो सकती है. अगर आप रात के समय कच्चा प्याज खाते हैं, तो उसमें मौजूद सल्फर नामक यौगिक बलगम को बाहर निकालने में मदद कर सकता है.
मुंह का स्वास्थ्य
यह तो सभी जानते हैं कि कच्चा प्याज खाने के बाद मुंह से बदबू आने लगती है, लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि कच्चा प्याज मुंह के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है. इसमें थायोसल्फ्रेट्स और थियोसल्फोनेट्स नामक दो सल्फर यौगिक पाए जाते हैं, जो दांतों को सड़ाने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं. प्याज में विटामिन-सी होता है, जो दांतों की सेहत के लिए जरूरी है
कान दर्द से राहत
ऐसा माना जाता है कि कान में होने वाले दर्द को प्याज से ठीक किया जा सकता है. इसके लिए प्याज को गर्म करके उसका रस निकाला जाता है और प्रभावित कान में डाला जाता है. ऐसे और भी कई घरेलू तरीके हैं, जिनमें प्याज का इस्तेमाल कर कान दर्द को ठीक किया जा सकता है.
डायबिटीज
अध्यय के अनुसार, प्याज में क्रोमियम होता है, जिस कारण यह मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है. साथ ही इसमें सल्फर, क्वेरसेटिन व एंटीडायबिटिक गुण भी होते हैं, जो रक्त शर्करा पर सकारात्मक असर डाल सकते हैं. इसलिए, मधुमेह जैसी समस्या से बचने के लिए प्रतिदिन सीमित मात्रा में प्याज का सेवन किया जा सकता है. वहीं, अगर कोई मधुमेह से ग्रस्त है, तो उसे डायबिटीज की दवा के साथ-साथ प्याज का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए.