किसानों के लिए खुशखबरी! 8 कृषि यंत्रों पर मिलेगा भारी अनुदान, आवेदन की अंतिम तिथि 8 अप्रैल तक बढ़ी Mukhyamantri Pashudhan Yojana: गाय, भैंस और बकरी पालन पर 90% अनुदान दे रही है राज्य सरकार, जानें पात्रता और आवेदन प्रक्रिया सौर ऊर्जा से होगी खेतों की सिंचाई! PM Kusum Yojana में किसानों को मिलेगी 2.66 लाख तक की सब्सिडी, जानें आवेदन प्रक्रिया Rooftop Farming Scheme: छत पर करें बागवानी, मिलेगा 75% तक अनुदान, जानें आवेदन प्रक्रिया भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ महिलाओं के लिए तंदुरुस्ती और ऊर्जा का खजाना, सर्दियों में करें इन 5 सब्जियों का सेवन ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक Wheat Farming: किसानों के लिए वरदान हैं गेहूं की ये दो किस्में, कम लागत में मिलेगी अधिक पैदावार
Updated on: 28 March, 2025 6:13 PM IST
दही को भूल जाएं, ये 6 फूड्स हैं प्रोबायोटिक्स के सबसे अच्छे स्रोत! (सांकेतिक तस्वीर)

Probiotic Foods: प्रोबायोटिक्स एक तरह के गुड बैक्टीरिया होते हैं, जो डाइजेशन को सुधारते हैं और इम्यून पावर को बढ़ाते हैं. आमतौर पर लोग दही को सबसे अच्छा प्रोबायोटिक मानते हैं. लेकिन कुछ अन्य फूड्स ऐसे भी है, जिनमें दही से भी ज्यादा प्रोबायोटिक्स होते हैं. ये नेचुरल फर्मेंटेड फूड्स पेट की सेहत को सुधारने और पोषण बढ़ाने में मदद करते हैं.

आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ बेहतरीन फूड्स कौन-कौन से है, जिसमें दही से भी ज्यादा प्रोबायोटिक होता है.

किमची

किमची एक कोरियन फर्मेंटेड डिश है, जिसे गोभी, मूली और अन्य सब्ज़ियों को विशेष मसालों के साथ फर्मेंट करके तैयार किया जाता है. इसमें लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया भरपूर होते हैं, जो आंतों में गुड बैक्टीरिया की ग्रोथ को बढ़ाते हैं और इसमें विटामिन-सी, फाइबर, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो डाइजेशन सिस्टम को मजबूत करते हैं.

केफिर

केफिर एक फर्मेंटेड डेयरी प्रोडक्ट है, जो दही से भी ज्यादा प्रोबायोटिक्स प्रदान करता है. इसमें 30 से अधिक प्रकार के प्रोबायोटिक बैक्टीरिया होते हैं, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखते हैं और लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद होते हैं. इस फूड् का इस्तेमाल हमारे शरीर के लिए बहुत लाभदायक होता है. जो त्वचा, हड्डियों, लीवर, वजन कम करने के लिए, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बहुत फायदेमंद है.

टेम्पेह

टेम्पेह एक इंडोनेशियन फर्मेंटेड सोयाबीन प्रोडक्ट है, जो दही से ज़्यादा प्रोबायोटिक्स के साथ-साथ हाई प्रोटीन का भी अच्छा सोर्स है. इसमें में विटामिन बी1, बी2, बी3 और जैसे खनिज और विटामिन होते हैं. विटामिन B12 और खनिज जैसे सोडियम, 110 मिलीग्राम कैल्शियम, लोहा, 260 मिलीग्राम फास्फोरस और 410 मिलीग्राम पोटेशियम, नेचुरल एंजाइम्स और फाइबर होता है, जो आंतों को हेल्दी रखते हैं. इसके अलावा पेट की समस्याओं को कम करने में बहुत मददगार होता है.

कम्बुचा

कम्बुचा फर्मेंटेड ब्लैक या ग्रीन टी से बना ड्रिंक है, जिसमें गुड बैक्टीरिया और यीस्ट होते हैं. यह डाइजेशन में सुधार करता है. शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. इसमें एसिटिक एसिड बैक्टीरिया, लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया और यीस्ट होते हैं. वहीं, अगर हम नियमित रूप से कम्बुचा पीते हैं तो पेट की गैस और सूजन जैसी समस्याएं नहीं होती है.

कांजी

कांजी भारत की ट्रेडिशनल प्रोबायोटिक ड्रिंक है, जिसे खासतौर पर काली गाजर, सरसों के बीज और पानी से तैयार किया जाता है. इसमें नेचुरल प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाकर डाइजेस्टिव सिस्टम को दुरुस्त बनाए रखने में सहायक होते हैं. साथ ही कांजी पाचन, आंखों, स्किन और कब्ज के लिए भी बहुत फायदेमंद है.

मिसो

मिसो एक जापानी फूड होता है, जो सोयाबीन से तैयार किया जाता है. इसमें भरपूर मात्रा प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंत को हेल्दी रखते हैं.साथ ही इसमें  कई तरह के विटामिन्स, खनिज, प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम से भरपूर होता है और पाचन क्रिया में सुधार और कैंसर जैसी बीमारियों से बचाता है साथ ही कई स्वास्थ्य लाभ देता है.इसका सेवन पाचन में सुधार करता है और शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है.

लेखक: रवीना सिंह

English Summary: Probiotic Rich Food beneficial than curd strengthen digestion and immunity
Published on: 28 March 2025, 06:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now