घर का खाना हो या रेस्तरां का हर खाने में तरह-तरह के मसालों का इस्तेमाल किया जाता है. आज हम गरम मसाले की बात करेंगे जिनके बिना हर खाना बे स्वाद लगता है. इनके बिना न लज़ीज़ चिकन बन सकता है, न मटन बन सकता है और न ही खाने में ज़ायका आ सकता है. कोई चटपटा व्यंजन आप बिना गरम मसाले के बना ही नहीं सकते. गरम मसाले हर किचन की जान और शान हैं. आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर गरम मसाले में एक नहीं अनेकों ख़ूबियां हैं. सेहत के नज़रिये से देखा जाए तो भी गरम मसाला काफ़ी फ़ायदेमंद है. ये मसाले एंटीऑक्सिडेंट्स और मिनरल्स से भरपूर होते हैं. अगर आपकी इम्यूनिटी कमज़ोर है तो गरम मसाले इम्यूनिटी बूस्टर का काम करते हैं. इनकी तासीर गर्म होती है इसलिए सर्दी-ज़ुकाम में भी ये लाभदायक हैं. इनके अलावा गरम मसालों के बहुत से फ़ायदे हैं.
सांस की दुर्गंध
सौंफ, इलायची लौंग जैसे गरम मसाले एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर होते हैं. इनके सेवन से सांस से आने वाली बदबू से बचा जा सकता है. वो लोग जो सांस से आ रही गंदी स्मेल से परेशान हैं उन्हें बताए गए गरम मसालों को सेवन करना चाहिए.
पाचन शक्ति बढ़ेगी
आज कल लोग फ़ास्ट फ़ूड को तरजीह देते हैं, ये फ़ूड खाने में तो टेस्टी होते हैं लेकिन इनसे पाचन बहुत जल्दी ख़राब होता है. गरम मसालों में पाए जाने वाले फ़ाइबर कंटेट के कारण ये मसाले आपकी पाचन क्षमता को मज़बूत करते हैं जिससे आपका पेट सही रहता है और आप तंदुरुस्त रहते हैं.
सूजन में राहत
अगर आप भी सूजन की समस्या से परेशान हो चुके हैं तो गरम मसालों का सेवन करें. इन मसालों में एंटी-इंफ़्लेमेटरी गुण होते हैं जो दर्द और सूजन को मिटाने में मददगार होते हैं.
सर्दी-ज़ुकाम और खांसी में राहत
जैसा कि पहले ज़िक्र किया गया है कि गरम मसालों की तासीर गर्म होती है इसलिए ये सर्दी, खांसी और ज़ुकाम के इलाज में बेहद असरदार होते हैं. अगर आप गरम मसालों का सेवन करते हैं तो आप काफ़ी हद तक इन रोगों से ख़ुद को बचा कर रख सकते हैं.
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आशा करते हैं कि आपको हमारी ये जानकारी अच्छी लगी होगी. इस तरह की और जानकारियों के लिए जुड़े रहिए कृषि जागरण के साथ.
(नोट- किसी भी तरह के मसाले का बीमारी की हालत में इस्तेमाल से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श ज़रूर कर लें)