Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 19 January, 2019 5:14 PM IST

स्वामी विवेकानंद का कथन है कि - यदि आखें चली जाएं तो दुख नहीं, परंतु दृष्टि नहीं जानी चाहिए. आंखों का मानव जीवन में बहुत महत्व है. यह मानव की वह इंद्री है जिसके अभाव से मानव जीवन में न तो रस रहेगें और न ही रंग. आंखें ही हमारे जीवन को सुंदर और सुखमय बनाती हैं. यदि आखों का ख्याल न रखा जाए और आंखों में किसी प्रकार का अवरोध उत्पन्न हो जाए तो जीवन बहुत कठिन हो जाता है. लेकिन आखों को हमेशा तेज़ व स्वस्थ रखने के लिए आपको सिर्फ एक आदत अपनानी है.

हरी दूब वाली घास में टहलें

हमारे बड़े-बूढ़े हमें कुछ ऐसे नुस्खे या आदतें बताते हैं जिन्हें हम अक्सर नकार देते हैं परंतु इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि ये नुस्खे काम करते हैं. ऐसा ही एक नुस्खा आखों की देखभाल को लेकर भी है. एक सर्वे में 100 ऐसे लोगों को शामिल किया गया जो चश्मा लगाते थे और उन्हें लगातार तीन महीने तक हरी दूब वाली घास में नंगे पैर टहलने को कहा गया. तीन महीने बाद हैरान करने वाले नतीजे सामने आए. 100 लोगों में से 74 लोगों के चश्में उतर गए और उन्हें पहले से बेहतर महसूस होने लगा.

आदतें बदलें

आज हमारे शरीर को हमारी आदतों की वजह से जितना नुकसान हो रहा है उतना किसी और से नहीं. हम अपनी आदतों की वजह से खुद को धीरे-धीरे एक अस्वस्थ और बीमार भविष्य की ओर ले जा रहे हैं. हम सुबह देर से उठते हैं, व्यायाम नहीं करते, अपौष्टिक आहार लेते हैं और रात को देर देर तक जागते हैं. इन सब आदतों का एक निश्चित समय तक रहना तो ठीक है परंतु लंबे समय तक इस दिनचर्या को अपनाना बिल्कुल भी ठीक नहीं. यह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाती है.

English Summary: how to get rid of eyeglasses
Published on: 19 January 2019, 05:16 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now