बीमारी का हो जाना एक अलग बात है, पर कुछ दिक्कतें ऐसी होती है जो हमें जन्म से हो जाती हैं. पहले हम इस पर ध्यान नहीं देते परंतु जब यही चीज़ हमारे जीवन और काम को प्रभावित करने लगती है तब हम इसकी ओर ध्यान देते हैं. तब यह थोड़ा मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको एक ऐसी ही तकलीफ के बारे में बताएंगे जो पहले शारीरिक होती है परंतु बाद में यह मानसिक बीमारी का रुप ले लेती है. और इसका हमारे जीवन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है.
क्या है यह दिक्कतऔर कैसे हो जाती है ?
दांतों का टेढ़ा होना अमूमन जन्म संबंधित ही होता है. हमारे जीन्स या जैनेटिक ही यह तय करते हैं कि दांत सीधे होंगे या टेढ़े. परंतु इनको सीधा या सही करना मुश्किल नहीं है अगर सही समय पर इसका इलाज करा लिया जाए. परंतु दांतों का टेढ़ा होना कोई बीमारी तो है नहीं, इसलिए हम बचपन से इसके प्रति ढीला रवैया रखते हैं. कभी-कभी दांतों में चोट लगने या दांतों के हिल जाने से भी यह समस्या आ जाती है परंतु यह केस बहुत कम होते हैं.
क्या करें जब टेढ़े हो जाएं दांत
आज विज्ञान बहुत आगे बढ़ चला है. विज्ञान की वजह से आज शरीर की बड़ी से बड़ी बीमारी का इलाज ढूंढना संभव हो गया है तो दांत क्या हैं. आज दांतों को सीधा या सही करने के लिए दांतों में ब्रेसेल्स लगाए जाते हैं जो दांतों को उनकी सही जगह पर फिक्स कर देते हैं. दांतों को सीधा करने के लिए यह पक्का और शर्तिया इलाज है.
कहीं देर न हो जाए
दांतों का टेढ़ा होना कोई बीमारी नहीं है परंतु यह हमारे जीवन पर बहुत प्रभाव डालता है. हमारी तस्वीर हमेशा लोगों के बीच हास्य का विषय बनती रहती है. घर हो या ऑफिस कहीं भी हम असहज महसूस करने लगते है. इसके अलावा हमारे आस-पास के लोग हमें चिढ़ाते हैं जिससे हमारे भीतर एक नकारात्मक सोच और हताशा जन्म ले लेती हैं. इसलिए अगर हो सके जो जितनी छोटी उम्र में आप दांतों पर ब्रेसेल्स लगवा लें उतना अच्छा होगा क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ-साथ दांत पक्के और जड़ पकड़ने लगते हैं. छोटी उम्र में ही यदि दांतो का इलाज करा लिया जाए तो दांत बहुत जल्द अपनी जगह पर आ जाते हैं.
हताश न हों, इलाज कराएं
समाज ने हमेशा हर उस आदमी का मज़ाक उड़ाया है जो किसी शारिरीक अपंगता या कमी से जूझ रहा होता है. दांतों का टेढ़ा होना भी समाज में व्यक्ति को हर जगह उपहास का पात्र बनाता है लेकिन आप निराश और हताश न हों बल्कि तुरंत जाकर दांत के डॉक्टर को दिखाएं. वह आपको एक निश्चित तिथि और समय देगा और उस समय अवधि के भीतर आपके दांत भी ठीक हो जाएंगे.