Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 10 January, 2019 12:03 PM IST

हम जो भी खाते हैं उससे हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है, परंतु ऊर्जा के साथ हमारे शरीर में पचे हुए भोजन का कचरा या मल भी मौजूद होता है. इस मल या अतिरिक्त भोजन की हमारे शरीर को कोई आवश्यकता नहीं होती है. इसीलिए आवश्यक है कि यह मल या कचरा नियमित रुप से हमारे शरीर से बाहर आते रहे. आजकल हमारी दिनचर्या इस प्रकार की हो गई है कि यह मल या अतिरिक्त कचरा हमारे शरीर में लगातार जमा होता गया और इससे कई प्रकार की बीमारियों ने हमें घेर लिया. बीमारियों की शुरुआत सबसे पहले बलगम या कफ के जमने से होती है और धीरे-धीरे यह हमारी श्वास नलिका, फेंफड़े और चेहरे पर जमना शुरु हो जाती है. शरीर में बलगम का अधिक मात्रा में जम जाना 'नजले' का रुप ले लेता है.

बचाव के लिए क्या करें

स्टीम या भाप

एक केतली या बरतन में पानी गरम करें और उसे उबालने के लिए छोड़ दें. फिर इसमें तुलसी की 8-10 पत्तियां डाल दें. जब पानी उबलने लगे तो केतली बंद कर दें और उस बरतन को किसी सुरक्षित जगह रख कर किसी तौलिए या गर्म कपड़े से खुद को ढक लें और गहरी सांस लें, इससे श्वास नली में जमा कफ बाहर निकलकर आने लगेगा.

एक लौंग

लौंग यूं तो अक्सर भोजन में परोसने के लिए होती है परंतु यह एक असरकारक औषधि भी है. आपको करना बस इतना है कि लौंग को तवे पर भून लें और भुनने के बाद इसे ठंडा होने के लिए छोड़ दें. कुछ देर के बाद इस लौंग को मूंह मे रखें. ऐसा करने से गले और फेफड़े में जमा कफ बाहर आ जाएगा और आपको राहत मिलेगी.

दूध, दही, मक्खन से परहेज

जब तक आप कफ या बलगम का इलाज कर रहे हैं तब तक आपको दूध और उससे सबंधित वस्तुओं का सेवन नहीं करना है क्योंकि यदि आप ऐसा करेंगे तो आपको आराम नहीं आएगा और आपकी हालत जस की तस बनी रहेगी.

केवल इन तरीकों और उपचारों को अपनाकर आप कफ या बलगम से निजात पा सकते हैं.

English Summary: How to control cough problems
Published on: 10 January 2019, 12:06 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now