आज के समय में हर किसी को किचन गार्डन का शोक होता है और वह अपने घर के किचन में ऐसे पौधो को लगाते हैं, जिनसे उनकी सेहत और घर में ताजगी बनी रहती है. आज इसी कड़ी में हम आपको रागी की खेती के बारे में जानकारी देंगे जिसकी खेती करके घर की हवा भी शुद्ध होगी और शरीर को मिलेगे विभिन्न पोषक तत्व और साथ ही इसे टेरेस गार्डन में भी आसानी से उगाया जा सकता है. आइए यहां जानिए इसे उगाने के आसान तरीके व स्वास्थ्य लाभ.
रागी के प्रमुख लाभ-
हड्डियों के लिए फायदेमंद
आजकल हर व्यक्ति को हड्डियों की परेशानी होती है, जैसे की हड्डियों का कमजोर होना, दर्द की समस्या रहना, इन परेशानियों के कारण लोग दवाई लेना शुरु कर देते हैं, जिनसे उनकी यह परेशानी खत्म होने की जगह बढ़ जाती है, ऐसे में अगर रागी का सेवन किया जाए तो इसमें मौजूद कैल्शियम ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं को बढ़ने नहीं देता.
एनीमिया (खून की कमी)
एनीमिया एक ऐसी बीमारी है, जिससे सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि जब शरीर में खून की कमी आती है, तो कमजोरी होना लाजमी है, लेकिन अगर इस फूड का सेवन किया जाए तो इसमें मौजूद आयरन की अच्छी मात्रा होती है, जो हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाकर एनीमिया से लड़ने में मदद करती है.
ब्लड शुगर नियंत्रण करता है
आज के समय में डायबिटीज होना एक आम बात है ऐसे में अगर इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति गलत चीजों का सेवन कर लेता है, तो ब्लड शुगर नियंत्रण करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन ऐसे में रागी का सेवन डायबिटीज को नियंत्रण करने में कामगार है, क्योंकि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जिससे ब्लड शुगर धीरे-धीरे बढ़ता है,. जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा होता है.
घर पर ऐसे करें रागी की खेती
अगर आप अपने घर के टेरेस पर रागी की खेती करना चाहते है, तो हल्की दोमट मिट्टी लेकर आए और मिट्टी में थोड़ी कम्पोस्ट या जैविक खाद मिलाकर इस मिट्टी को उपजाऊ बना लें और ध्यान रहें कि रागी के बीजों को बुवाई से पहले 6–8 घंटे भिगोकर अंकुरित करें उसके बाद ही गमले या ट्रे में उपजाऊ मिट्टी डालकर बो दें. उसके बाद इस फसल को नियमित कम मात्रा में पानी दें और साथ ही इन पौधो को ऐसी जगह रखें जहां इन्हें 4-5 घंटे की धूप मिल सकें और पौधे तेजी से बढ़े.
कैसे करें सेवन?
रागी की कटाई तब करें जब इसकी बालियां भूरे या हल्के पीले रंग की पड़ जाए. इसके अलावा कटाई के बाद इसका सेवन इन्हें सुखाकर रोटी, दलिया, हलवा, स्मूदी बनाकर किया जा सकता है, जिससे शरीर भी स्वस्थ रहता है और बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है.