फ्लू के कुछ सामान्य लक्षणों में बुखार, थकान और सूखी खांसी शामिल हैं. कुछ रोगियों को शरीर में दर्द, नाक बहना, गले में खराश और दस्त का अनुभव हो सकता है. कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई वाले किसी व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए. इसी के साथ मौसम में बदलाव के साथ, कुछ लोग फ्लू के लक्षणों को अनुभव कर रहे हैं.
फ्लू के लक्षण
फ्लू की बात करें तो यह एक बहती नाक से शुरू होता है, इसके बाद खांसी और बुखार होता है. कोरोना वायरस से संक्रमित बहुत कम लोगों ने खांसी के साथ एक बहती हुई नाक होने की सूचना दी है. यानी कोरोना वायरस में नाक नहीं बहती है.
गले में खराश
अगर किसी को केवल गले में खराश है, तो यह फ्लू के लक्षण नहीं हो सकते है. दूषित पानी पीने से किसी के गले में खराश हो सकती है. ऐसे लक्षण दिखने पर आपको परेशान नहीं होना चाहिए. गले में खराश होने से आपको चिंता नहीं करनी चाहिए.
इसी के साथ डॉ. शरद जोशी लोगों को शांत रहने और आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह देते हैं. उनका कहना है कि "घबराने की जरूरत नहीं है. एक तो मौसम में बदलाव के कारण सर्दी, खांसी और अन्य फ्लू जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. इस समय के दौरान फ्लू के लक्षण काफी आम हैं. हल्के फ्लू जैसे लक्षण एक घबराहट की स्थिति नहीं पैदा करते. कोई व्यक्ति सांस लेने में तकलीफ और अन्य सांस की समस्याओं का सामना कर रहा है तो उसे जांच करवाने की कोई आवश्यकता नहीं है. जबकि, फ्लू- जैसे सांस लेने के जैसे लक्षणों में चिकित्सा पर ध्यान देने की आवश्यकता होती है."