भारत के मशहूर बिजनेसमैन बिल गेट्स ने कोरोना वैक्सीन को लेकर एक हैरान करने वाली बात कही है. उनका मानना है कि पहली कोविड वैक्सीन सबसे अच्छी या आदर्श नहीं हो सकती है. दरअसल, पिछले कुछ हफ्तों में दुनियाभर के रिसर्च सेंटर से कोविड-19 की वैक्सीन को लेकर कई तरह के दावे किए जा रहे हैं. यहां तक कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, मॉडर्न इंक, फाइजर-बायोएनटेक और चीन में बनाए जा रहे प्रोटोटाइप जैसे अनुसंधान समूहों ने अपने वैक्सीन के सफलता पूर्वक परीक्षण की घोषणा भी कर दी है.
इनमें से एक रिसर्च सेंटर तो यहां तक दावे कर रहा है कि वह 2020 के अंत तक वैक्सीन लॉन्च कर देंगे या एक मॉडल है जो आकस्मिक उपयोग के लिए तैयार है. डॉ. एंथोनी फौसी ने यह भी कहा कि उन्होंने 2021 की शुरुआत में ही दसियों लाख खुराक उपलब्ध कराने की उम्मीद है.
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हालांकि, पहली कोविड वैक्सीन लॉन्च करने वाले किसी भी समूह को किसी भी प्रकार की श्रेष्ठता नहीं मिलती है. पहली वैक्सीन में बहुत अधिक कमजोरियां, खामियां हो सकती हैं, जो एक टीका पर हमारी सभी आशाओं को नष्ट कर सकती हैं.
परोपकारी और अरबपति, बिल गेट्स, जिन्होंने अक्सर सभी के लिए टीके उपलब्ध कराने के बारे में टीकाकरण के बारे में बात की है, उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान, पहला उपलब्ध टीका महामारी के खिलाफ हमारी रक्षा का सबसे अच्छा दांव नहीं हो सकता है. एक मीडिया एजेंसी, ब्लूमबर्ग से बात करते हुए, गेट्स ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि भले ही टीका विकास त्वरित गति से हो रहा हो, लेकिन पहला टीका सबसे प्रभावी नहीं हो सकता है और इसे विकसित होने में अधिक समय लग सकता है.