Balam Kheera Health Benefits: आयुर्वेद में हर प्रकार की बीमारी के लिए नेचुरल इंग्रेडिएंट्स का अधिक इस्तेमाल किया जाता है और आज हम आप सभी को एक ऐसी सब्जी के गुणों और इसके चमत्कारी फायदे के बारे में बताएंगे, जिन्हें जानकर दंग रह जायगे. दरअसल, जिस सब्जी की हम बात कर रहे हैं. वह बालम खीरा है, जो कि जहरीला होता है. यह खीरा मध्य और पश्चिम अफ्रीका मे पाया जाता है.
बता दें कि भारत में इसे बालम खीरा, पहाड़ी खीरा और झार फानूस के नाम से भी जाना जाता है और अफ्रीका में इसे सॉसेज पेड़ के नाम से जाना जाता है. साथ ही ये खीरा सहेत के लिए किसी अमृत से कम नहीं है, जो पथरी जैसी बड़ी बीमारियों को चुटकियों में खत्म कर देता है.
बालम खीरे के औषधीय गुण
सॉसेज पेड़ जड़ी बूटी से कम नहीं है. इसका इस्तेमाल ज्यादातर आयुर्वेद में किया जाता है. बालम खीरे की जड़, छाल,पत्ते,ताना और फल का उपयोग पाचन विकार जैसे बड़ी बीमारियों से लड़ने के लिए सहायक है. यह खीरा चेहरे से दाग धब्बे और झुर्रियां हटाने में मददगार है. इसकी छाल का काढ़ा दांतो की दर्द जैसी समस्याओं से भी छूटकारा दिलाने में लाभकारी है इसलिए इस सब्जी या फल को बेहद चमत्कारी माना जाता है.
बालम खीरे का इस्तेमाल
- बालम खीरे की छाल का इस्तेमाल गठिया और पेचिश जैसी बीमारी में किया जाता है.
- इस खीरे के पाउडर का लेप टोंगस अल्सर के लिए फायदेमंद है.
- इस पेड़ की रुट-छाल कैंसर के लिए भी बहुत लाभकारी है.
- निमोनिया, पीठ दर्द, गर्भाशय जैसी बीमारियों में बालम खीरे से बनी दवाइयों का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाता है.
साथ ही इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि बिना डॉक्टर की सलाह के बालम खीरे का इस्तेमाल गलती से भी ना करें. क्योंकि बालम खीरा जहरीला होता है, जो आपके लिए हानिकारक हो सकता है.
लेखक: रविना सिंह