Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 3 January, 2023 12:04 PM IST
हड़जोड़ के उपयोग

हड़जोड़ पौधे को अस्थि श्रृंखला भी कहा जाता है. इसका मुख्य रूप से उपयोग टूटी हुई हड्डियों को जोड़ने के लिए किया जाता है. हड़जोड़ देखने में खंडाकार चतुष्कोणीय तने वाली लता है. इसकी पत्तियां छोटी-छोटी चतुष्कोणीय एवं हृदय के आकार की होती हैं. हड़जोड़ का फल लाल रंग के मटर के दाने के बराबर होता है जो बरसात में पौधों पर लगती हैं. हड़जोड़ के प्रयोग से हड्डियों का खनिज घनत्व बढ़ता है. इसे अन्य रोंगो जैसे मोटापा, मेटाबोलिक सिंड्रोम, भूख नहीं लगना, पाचन की कमजोरी, आंतों में कीड़े और गठिया आदि को ठीक करने के लिए उपयोग में लाया जाता है.

हड़जोड़ के औषधीय उपयोग 

हड़जोड़ के तने को हड्डी फ्रैक्चर, त्वचा संक्रमण, पाचन की समस्या, कब्ज, आंखों की बीमारियों, ब्लीडिंग पाइल्स, एनीमिया, अस्थमा, अनियमित मासिक धर्म, जलन और घावों के इलाज के लिए उपयोग में लाया जाता है. तने का रस स्कर्वी और मासिक धर्म में होने वाली अनियमितताओं में उपयोगी होता है. 

तने के पेस्ट को लाइम वाटर में उबाल कर अस्थमा के मरीजों को दिया जाता है. इसका पाउडर पाचन समस्याओं में भी उपयोगी होता है. इसके पत्ते के मौखिक सेवन से शरीर की मेटाबालिस्म उत्तेजना और फ्रैक्चर हुए हड्डियों में खनिज, कैल्शियम, सल्फर और स्ट्रोंटियम की मात्रा को बढ़ाता है.

हड़जोड़ को आयुर्वेद समेत दुनिया के कई देशों में पारम्परिक चिकित्सा के रुप में इस्तेमाल किया जाता है. इसे थाईलैंड, अफ्रीका और एशिया के कई देशों में इस्तेमाल किया जाता है. इस पौधे के सभी भागों को दवा की तरह से उपयोग में लाया जाता है.

हड़जोड़ के साइड-इफेक्ट्स

हड़जोड़ के तने का रस पित्त को बढ़ाता है इसके अलावा यह एसिडिटी, दिल की धड़कन बढ़ने, सिरदर्द, अत्यधिक गैस, नींद की समस्या आदि का कारण बन सकता है.

संवेदनशील लोगों में इसके हीटिंग और ड्राईइंग गुणों के कारण जलन, बेचैनी, अनिद्रा, सूखापन, शुष्क मुंह, पसीना आदि जैसी समस्याएं हो सकती हैं. 

उच्च खुराक के सेवन से केंद्रीय तंत्रिका तंत्र अवसाद, पेट में जलन, एसिडिटी, मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर चकत्ते आदि हो सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः हड़जोड़ पौधा कई खतरनाक बीमारियों के लिए है वरदान, जानिए इसके फायदे

गर्भावस्था के दौरान इसकी उपयोग ना करें और जिन्हें पेट में सूजन या गैस की समस्या हो तो वह भी इसके सेवन से बचे.

यह रक्त में शुगर के संतुलन को भी बाधित कर देता है. निर्धारित शल्य चिकित्सा से कम से कम 2 सप्ताह पहले इसका उपयोग करना बंद कर देना चाहिए.

English Summary: Advantages and disadvantages of using Hadjod
Published on: 03 January 2023, 12:13 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now