White Grub: किसानों को अपनी फसल की सुरक्षा को लेकर कई तरह की परेशानियां का सामना करना पड़ता है. वही, इन दिनों फसलों में सफेद लट का प्रकोप शुरू हो गया है. यह कीट के ग्रब और वयस्क, दोनों ही फसल को हानि पहुंचाते हैं. वयस्क किट विभिन्न पौधों एवं झाड़ियों को खाते हैं, वहीं ग्रब फसलों की जड़ों को काटकर क्षति पहुंचाते हैं. इससे पौधे मुरझाकर सूखकर नष्ट हो जाते हैं, जिससे जगह-जगह खाली घेरे बन जाते हैं. हर साल यह कीट मूंगफली, बाजरा, ज्वार, मिर्च, गन्ना, तिल, कपास, तम्बाकू, धान, बाजरा, नीम, बेर, शीशम, शहतूत, बबूल, आलू एवं नारियल जैसी फसलों की जड़ों को खाकर हानि पहुंचाती है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोबर कीड़ा ,गोबररया कीड़ा और वैज्ञानिक तौर से इसे वाइट ग्रब या सफ़ेद लट भी कहते हैं. आमतौर पर किसान गोबर अथवा कम्पोस्ट की खाद अन्य स्थानों से अपने खेत में लाते हैं जो कभी-कभी कम पकी तथा कच्ची रह जाती है, इस प्रकार कच्ची खाद में या बिना अच्छी तरह से सड़ी हुई खाद में सफेद लट रहता है.
बाजरे में सफेद लट के नियंत्रण के लिए एक किलो बीज में 3 किलो कारबोफ्यूरान 3 प्रतिशत या क्यूनॉलफास 5 प्रतिशत कण 15 किलो डीएपी मिलाकर बोआई करें. मूंगफली की फसल में सफेद लट की रोकथाम के लिए क्लोथियानिडिन 50 डब्ल्यू.डी.जी 2 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज (गुली) की दर से पानी में घोल कर बीजोपचारित करें. मूंगफली में कॉलर रोट नियंत्रण के लिए विटावेक्स 200 डब्ल्यूपी 4 ग्राम प्रति किलो बीज की दर से उपचारित करें. मूंगफली की फसल में दीमक का प्रकोप दिखाई देने पर 4 लीटर क्लोरोपॉयरीफॉस 20 ईसी प्रति हैक्टेयर सिंचाई के पानी के साथ दें या खेत तैयार करते समय 20-25 किलो क्यूनालफॉस प्रति हेक्टेयर भुरकाव कर जुताई करनी चाहिए.
ऐसे करें लट प्रबंधन
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यदि सफेद लटों का प्रकोप अपके खेत में काफी अधिक है तो इसके प्रबंधन एक अकेले किसान के प्रयसों से संभव नहीं है इसके लिए समुदायिक तौर पर सभी किसान को रोकथाम के उपाय करने पड़ेंगे. सफेद लट का प्रबंधन सामुदायिक दृष्टिकोण के माध्यम से करना ही संभव होता है.
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प्यूपा को चिलचिलाती तेज धूप के संपर्क में लाने के लिए गर्मियों में गहरी जुताई करें.
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छोटे पक्षियों को संरक्षित करें क्योंकि ये इन सफेद लट का शिकार करते है.
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अच्छी तरह विघटित जैविक खाद का प्रयोग करें.
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बुआई से पहले मिट्टी में कार्बोफ्यूरान 3 सीजी @ 33.0 किग्रा/हेक्टेयर या फोरेट 10 सीजी @ 25.0 किग्रा/हेक्टेयर मिलाएं.
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लट संभावित खेतों में बिजाई वाली रेखाओं में कीटनाशकों जैसे थियामेथोक्सम 25 डब्ल्यूएस @ 1.9 लीटर/हेक्टेयर या फिप्रोनिल 5 एफएस का प्रयोग @ 2.0 लीटर/हे. का प्रयोग करें.
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संभावित क्षेत्रों में बीज उपचार के लिए बिजाई से पहलेक्लोरपायरीफॉस 20EC @ 6.5-12.0 मिली/किग्रा या इमिडाक्लोप्रिड 17.8 SL @ 2.0 मिली/किग्रा से बीज का उपचार करें.
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यदि पानी की उपलब्धता है तो अगेती बिजाई करें.
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खेतों में वयस्क सफेद लट दिखाई देने पर फसलों की जड़ों में क्लोरपायरीफॉस 20 ईसी@ 4.0 लीटर/हेक्टेयर या क्विनालफॉस 25 ईसी @ 3.2 से लीटर/हेक्टेयर सराबोर करें.