खरीफ सीजन में बढ़ानी है फसल की पैदावार, मई महीने में जरूर करें ये काम, कम खर्च में मुनाफा होगा डबल सिर्फ 10 एकड़ में 180 प्रकार की विभिन्न फसलें उगाकर अच्छी मोटी कमाई कर रहे अजय जाधव, पढ़ें इनकी संघर्ष की कहानी Small Business Ideas: कम लागत में शुरू करें ये बिजनेस, हर महीने होगी मोटी कमाई! एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Top Agriculture Business Ideas: कृषि क्षेत्र के कम निवेश वाले टॉप 5 बिजनेस, मिलेगा बंपर मुनाफा! Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 29 December, 2020 6:51 PM IST
पॉली हाउस के लिए हाइब्रिड बीज

बदलते हुए समय के साथ भारत में खेती का स्वरूप बदल रहा है. आज तेजी से लोग पॉली हाउस में संरक्षित खेती की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. हालांकि लोगों में जो उत्साह पॉली हाउस को लेकर है, वो हाइब्रिड बीजों को लेकर नहीं है. बीज किसी भी खेती का आधार होता है लेकिन सबसे कम पैसा लोग इन्हीं पर खर्च करते हैं.अगर आप भी संरक्षित खेती करना चाहते हैं, तो ये समझना जरूरी है कि हाइब्रिड बीजों की महत्वता और जरूरत क्या है. चलिए आपको इसके बारे में सबकुछ विस्तार से बताते हैं.

हाइब्रिड बीज आम बीजों से अलग हैं (Hybrid seeds are different from common seeds)

आज के समय में बीजों को दो समूह में बांटा जा सकता है, एक है आम बीज और दूसरा है हाइब्रिड बीज, जिसे संरक्षित खेती में उपयोग किया जाता है. ऐसा नहीं है कि कोई बीज अच्छा या बूरा है, ऑपन फील्ड में अगर खेती हो रही है, तो उसके लिए आम बीज भी ठीक हैं.

पॉली हाउस वाले बीजों की विशेषता (Characterization of poly house seeds)

पॉली हाउस की खेती प्रक्रिया आम खेती की प्रक्रिया से बिलकुल अलग होती है. इसलिए इसमें बीजों का पॉलिनेशन भी कुछ अलग तरह से होता है. पॉली बीज एक अलग तरह के वातावरण में रहते हैं, जहां वो आर्टिफिशियल मौसम, मृदा और तापमान में रहकर पौधों के रूप में वृद्धि करते हैं.

इन राज्यों में हो रही है संरक्षित खेती (Protected farming is happening in these states)

2015 के आंकड़ों के अनुसार वैसे तो पूरे भारत में पॉली हाउस तकनीक से खेती हो रही है. लेकिन कुछ राज्य इसमें बहुत आगे निकल गए हैं. आज के समय मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना, पंजाब, हरियाणा, केरल आदि राज्यों में इस तकनीक को बड़ी संख्या में उपयोग किया जा रहा है. इसके साथ ही बिहार, बंगाल, झारखंड आदि राज्यों में भी इसे पसंद किया जा रहा है.

भारत में पॉली हाउस का भविष्य (Future of poly house in india)

भारत में पॉली हाउस का भविष्य उज्जवल है. आने वाले समय में लोगों के पास खेती की जमीन की कम होगी और कम समय में अधिक उत्पादन के लिए वो इसकी तरफ आकर्षित होंगे. हालांकि इस समय का दौर कुछ मिला-जुला सा है. पॉली हाउस को लेकर किसानों में संशय है. इस पर तरह-तरह के प्रयोग हो रहे हैं, प्रयोग की असफलता पर ग्रीन हाउस खेती से लोग किनारा कर रहे हैं.

पॉली हाउस खेती के लिए उत्तम किस्म के बीज

यहां हम आपको सबसे टॉप किस्म के बीजों के बारे में बता रहे हैं, जिनका उपयोग पॉली हाउस खेती के लिए होता है. ये कंपनियां भारत में सबसे अधिक हाइब्रिड बीजों का निर्माण करती है.

पॉली हाउस की खेती के लिए आप बेयर (BAYER), फीतो (FITO), नॉन यू (Known-You), नामधारी (Namdhari), नूनहेम्स (Nunhems), रिज्क ज्वान(Rijk Zwaan), सकाता (Sakata) और सिमानी (Seminis) आदि कंपनियों के बीज खरीद सकते हैं.

English Summary: what kind of seed use in polyhouse know more hybrid seed production managment for polyhouse
Published on: 29 December 2020, 06:56 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now