Success Story: चायवाला से उद्यमी बने अजय स्वामी, मासिक आमदनी 1.5 लाख रुपये तक, पढ़ें सफलता की कहानी ट्रैक्टर खरीदने से पहले किसान इन बातों का रखें ध्यान, नहीं उठाना पड़ेगा नुकसान! ICAR ने विकसित की पूसा गोल्डन चेरी टमाटर-2 की किस्म, 100 क्विंटल तक मिलेगी पैदावार IFFCO नैनो जिंक और नैनो कॉपर को भी केंद्र की मंजूरी, तीन साल के लिए किया अधिसूचित एक घंटे में 5 एकड़ खेत की सिंचाई करेगी यह मशीन, समय और लागत दोनों की होगी बचत Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Goat Farming: बकरी की टॉप 5 उन्नत नस्लें, जिनके पालन से होगा बंपर मुनाफा! Mushroom Farming: मशरूम की खेती में इन बातों का रखें ध्यान, 20 गुना तक बढ़ जाएगा प्रॉफिट! सबसे अधिक दूध देने वाली गाय की नस्ल, जानें पहचान और खासियत
Updated on: 17 May, 2022 10:01 AM IST

रासायनिक खाद का इस्तेमाल ना सिर्फ भूमि की उर्वरता शक्ति को कम करता है, बल्कि हम सभी के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर छोड़ता है. इसी के तहत आज कल के किसान खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल ज्यादा कर रहे हैं. खेती में जैविक खाद का इस्तेमाल फसलों के लिए वरदान माना जा रहा है.

ऐसे में आज हम आपको वर्मीकम्पोस्ट यानि केंचुआ खाद के बारे में विशेष जानकारी देने जा रहे हैं. जिसके इस्तेमाल से फसलों की उपज और गुणवत्ता में अच्छा सुधार हो सकता है. तो चलिए जानते हैं वर्मीकम्पोस्ट खाद तैयार करने की विधि के बारे में.

केंचुआ खाद बनाने के लिए जरुरी बात

वर्मीकम्पोस्ट खाद को आप अपने घरों में भी आसानी से तौयार कर सकते हैं, बस आपको कुछ सावधानियां बरतनी होंगी. केंचुआ खाद बनाने के लिए आपको सबसे पहले इस बात का ख़ास ध्यान रखना होगा कि ऐसी जगह का चुनाव करें जहां अँधेरा अधिक हो, स्थान का तापमान गर्म हो. इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उस स्थान पर सूर्य की किरणें सीधी आती हो.

केंचुआ खाद तैयार करने की विधि

  • सबसे पहले केंचुआ खाद बनाने के लिए 6 X 3 X 3 फीट के गड्ढे बनाएं.

  • इसके बाद इन गड्डों पर दो से तीन इंच आकार के ईंट या पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़ों की तीन इंच मोटी परत बिछाएं.

  • अब इस पत्थर के परत के ऊपर तीन इंच मोटी बालू की परत बिछाएं.

  • इसके बाद बालू मिट्टी की परत के ऊपर 6 इंच की मोटी परत दोमट मिट्टी की बिछाएं.

  • मिट्टी की मोटी परत के ऊपर पानी छिड़क कर मिट्टी को 50 से 60 प्रतिशत नम करें.

  • इसके बाद 1000 केंचुआ प्रति वर्ग मीटर की दर से मिट्टी में छोड़ दें. इसके बाद मिट्टी की मोटी परत के ऊपर गोबर या उपले थोड़ी-थोड़ी दूर 8 से 10 जगह पर डाल दें और फिर उसके ऊपर तीन से चार इंच की सूखे पत्ते, घास या पुआल की मोटी तह मोटी परत बिछा दें.

इसे पढ़िए - 15 नयी और सस्ती जैविक खाद हुई विकसित, जानिए इसकी मदद से कैसे बढ़ेगा पैदावार !

  • इसके बाद महीने भर बाद टाट के बोरों, ताड़ या नारियल के पत्तों को हटाकर इसमें वानस्पतिक कचरे को या सूखे वानस्पतिक पदार्थों के साथ 60:40 के अनुपात में हरा वानस्पतिक पदार्थ मिलाकर दो से तीन इंच मोटी परत फैला दें. अब इसके उपर 8 से 10 गोबर के छोटे-छोटे ढेर को रख दिया जाता है.

  • गड्ढा भर जाने के 45 दिन बाद केंचुआ खाद बन कर तैयार हो जाती है.

English Summary: Vermicompost Farming: There will be profit of lakhs by using earthworm manure, know easy way to make compost
Published on: 17 May 2022, 10:09 AM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now