Maize Farming: रबी सीजन में इन विधियों के साथ करें मक्का की खेती, मिलेगी 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार! पौधों की बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने के लिए अपनाएं ये विधि, पढ़ें पूरी डिटेल अगले 48 घंटों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में घने कोहरे का अलर्ट, इन राज्यों में जमकर बरसेंगे बादल! केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक घर पर प्याज उगाने के लिए अपनाएं ये आसान तरीके, कुछ ही दिन में मिलेगी उपज!
Updated on: 4 September, 2022 2:22 PM IST
सूरजमुखी के फूल की खेती (sunflower floriculture)

फूल ज्यादातर लोगों को पसंद होते हैं. इनका इस्तेमाल कई तरह के उत्पादों से लेकर शादी-ब्याह में होता है. ऐसे में किसानों के लिए फूलों की खेती बेहद मुनाफे की खेती हो सकती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में फूलों की खेती की अपनी एक अलग ही पहचान है.

फूलों की खेती में सूरजमुखी के फूल की खेती (sunflower floriculture) भी देश में बेहद लोकप्रिय है. दरअसल इस फूल की खेती (flower farming) किसान अपने खेत में किसी भी मौसम में सरलता से कर सकता है. क्योंकि सूरजमुखी की खेती सदाबहार है.

सूरजमुखी की खेती पर एक नजर

अगर आप किसान हैं, तो आप यह तो जानते ही होंगे कि सूरजमुखी का फूल (sunflower flower) ऐसा है, जो 90 से 100 दिनों के अंदर पूरी तरह से तैयार हो जाता है. इसके बाद ही इसके फूलों से तेल व अन्य कई तरह के उत्पादों को तैयार किया जाता है. बता दें कि सूरजमुखी के बीजों से ही 40 से 50 प्रतिशत तक तेल पाया जाता है.

ऐसे करें सूरजमुखी की खेती (How to do sunflower cultivation)

  • सूरजमुखी की खेती (farming of sunflower) से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए किसानों को इसकी खेती बलुई और हल्की दोमट मिट्टी में करनी चाहिए. इसके अलावा इसकी पौधों को जल्दी से बढ़ाने के लिए मधुमक्खी पालन (Bee keeping) भी करना चाहिए. इससे आपको दो फायदे होंगे. एक तो आपकी खेती में वृद्धि होगी और साथ ही आप मधुमक्खी पालन का बिजनेस (beekeeping business) यानी शहद उत्पादन कर बाजार में बेचकर लाभ प्राप्त कर सकते हैं.

  • किसान खेत में गोबर की सड़ी खाद, वर्मी कंपोस्ट को भी डालें ताकि इसकी वृद्धि में किसी भी तरह की दिक्कत न हो सके.

  • अच्छी पैदावार के लिए किसानों को हाइब्रिड व उन्नत किस्मों के बीजों का चुनाव करना चाहिए.

  • ध्यान रहे कि इसकी खेती को जानवर बेहद नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए फसल की सुरक्षा के लिए खेत में मेड़बंदी जरूर करें.

सूरजमुखी फसल की कटाई (sunflower harvest)

वैसे तो इसकी फसल 90 से 100 दिन में तैयार हो जाती है, लेकिन किसानों को सूरजमुखी की फसल तब काटनी चाहिए, जब फसल के सभी पत्ते सूख जाए और फूल के सिर का पिछला भाग नींबू पीला पड़ जाए. ऐसी स्थिति में सूरजमुखी फसल की कटाई कर देनी चाहिए.

लागत व मुनाफा (cost and profit)

सूरजमुखी की खेती में लागत कम और मुनाफा सबसे अधिक प्राप्त होता है. अगर आप इसकी खेती एक हेक्टेयर में करते हैं, तो इसका कुल खर्च लगभग 25 से 30 हजार रुपए तक आता है.

देखा जाए तो 1 हेक्टेयर से लगभग 25 कुंतल आपको प्राप्त होते हैं, जिनकी कीमत भारतीय बाजार में करीब 4 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक है. ऐसे में हिसाब लगाया जाए तो आप इसकी खेती से लाखों रुपए का मुनाफा प्राप्त कर सकते हैं. यानी की हजारों खर्च कर लाखों का मुनाफा होगा.

English Summary: Up to 3 times profit from sunflower cultivation in 90 days, do farming like this
Published on: 04 September 2022, 02:26 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now