Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 29 January, 2024 12:36 PM IST
फरवरी महीने में उगाएं ये टॉप पांच सब्जियां

Top Five Vegetables of February: देश के किसान खेत में सीजन व महीने के हिसाब से अलग-अलग फसलों की खेती करते हैं, ताकि वह समय रहते अपनी खेती से अच्छी कमाई कर सकें. इसी क्रम में आज हम किसानों के लिए फरवरी के महीने में उगाई जाने वाली टॉप पांच सब्जियों की खेती/ Cultivation of Top Five Vegetables की जानकारी लेकर आए हैं, जिन्हें किसान फरवरी के महीने में लगाकर अच्छा मोटा लाभ प्राप्त कर सकते हैं. दरअसल, जिन सब्जियों की खेती/ Sabjiyon Ki Kheti की हम बात करने जा रहे हैं. वह तोरई, मिर्च, करेला, लौकी और भिंडी की सब्जी है.

इन टॉप पांच सब्जियों की मांग बाजार में काफी अधिक होती है. साथ की इसकी खेती में किसानों को अधिक मेहनत करने की भी जरूरत नहीं पड़ती है. ऐसे में आइए फरवरी महीने में उगने वाली टॉप पांच सब्जियों के बारे में विस्तार से जानते हैं-

फरवरी महीने में उगाएं ये टॉप पांच सब्जियां

तोरई (Ridge Gourd) :  किसान तोरई की खेती लगभग सभी प्रकार की मिट्टी की जा सकती है. इसके अलावा यह जल निकासी बैक्टीरिया युक्त में भी बोई जा सकती है. Torai Ki Kheti के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है. तोरई की खेती शुरू करने के लिए फरवरी सबसे अच्छा महीना है जिसकी बाजार में भी काफी मांग है. बता दें कि तोरई के सूखे बीजों से भी तेल निकाला जा सकता है. इसके अलावा, फल में पानी की मात्रा अधिक होने के कारण यह कई स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती हैं.

करेला (Bitter Gourd):  करेला की खेती भी किसान लगभग सभी तरह की मिट्टी में कर सकते हैं. लेकिन करेला की फसल से अच्छा उत्पादन पाने के लिए Karele Ki Kheti  अच्छी जल निकासी बैक्टीरिया वाली दोमट मिट्टी इसकी अच्छी वृद्धि और उत्पादन के लिए उपयुक्त मानी जाती है.

मिर्च (Chilli):  Mirch Ki Kheti खरीफ और रबी फसल के रूप में की जा सकती है. किसान मिर्ची की फसल को अपने खेत में कभी भी लगा सकते हैं. खरीफ फसल के लिए बुवाई के महीने मई से जून हैं जबकि रबी फसलों के लिए वे सितंबर से अक्टूबर हैं. लेकिन अगर आप मिर्च की खेती गर्मियों की फसल के रूप में लगाते हैं तो जनवरी और फरवरी का महीने सबसे अच्छा माना जाता है.

लौकी (Bottle Gourd):  लौकी की खेती देश के किसान पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदानी क्षेत्रों में आसानी से कर सकते हैं. Lauki Ki Kheti के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है. लौकी के बीज खेत में बोने से पहले 24 घंटे के लिए पानी में भिगो दें. यह बीजों के अंकुरण की प्रक्रिया को गतिशील बनाता है. इस प्रक्रिया के बाद बीज खेत में बोने के लिए तैयार हो जाते हैं.

ये भी पढ़ें: जानें कद्दू वर्गीय सब्जियों की वैज्ञानिक खेती करने का तरीका

भिंडी (Lady Finger):  भिंडी की सब्जियों को भारतीय बाजार में लोगों के द्वारा सबसे अधिक खरीदा जाता है. यह ऐसी सब्जी है, जिसकी खेती देश के ज्यादातर हिस्सों में की जाती है. भिंडी की खेती/Bhindi Ki Kheti के लिए तीन मुख्य रोपण मौसम फरवरी-अप्रैल, जून-जुलाई और अक्टूबर-नवंबर हैं. इस दौरान किसान भिंडी की खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. 

English Summary: Top Five Vegetables of February month February Crops Profitable Crops Vegetables farming sabjiyon ki kheti
Published on: 29 January 2024, 12:40 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now