Ladyfinger of Varieties: किसान अपनी आमदनी बढ़ाने के लिए खेत में सीजन के अनुसार फल व सब्जियों की खेती/ Vegetable Farming करते हैं. इसी क्रम में आज हम देश के किसानों के लिए भिंडी टॉप 5 उन्नत किस्में की जानकारी लेकर आए हैं. भिंडी की जिन उन्नत किस्मों की हम बात कर रहे हैं, वह पूसा सावनी, परभनी क्रांति, अर्का अनामिका, पंजाब पद्मिनी और अर्का अभय किस्म/ Pusa Sawani, Parbhani Kranti, Arka Anamika, Punjab Padmini and Arka Abhay varieties है. ये सभी किस्में कम समय में अच्छी पैदावार देने में सक्षम है. बता दें कि भिंडी की इन किस्मों की मांग बाजार में साल भर बनी रहती है. देश के कई राज्यों में भिंडी की इन किस्मों का खेती की जाती है.
भिंडी की इन टॉप 5 उन्नत किस्मों/ Top 5 Improved Varieties of Ladyfinger में विटामिन,फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और मिनरल्स के साथ ही कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. ऐसे में आइए भिंडी की इन किस्मों के बारे में विस्तार से जानते हैं-
भिंडी की टॉप 5 उन्नत किस्में/ Top 5 Varieties of Ladyfinger
भिंडी की पूसा सावनी किस्म - भिंडी की यह उन्नत किस्म गर्मी, ठंड और बारिश के मौसम सरलता से उगाई जा सकती है. भिंडी की पूसा सावनी किस्म बारिश के मौसम में करीब 60 से 65 दिन के अंदर तैयार हो जाती है.
भिंडी की परभनी क्रांति किस्म- भिंडी की इस किस्म में पीता-रोग के प्रतिरोध माना जाता है. अगर किसान इनके बीज खेती में लगाते हैं, तो यह लगभग 50 दिनों के अंदर ही फल देने लगते हैं. बात दें कि परभनी क्रांति किस्म की भिंडी गहरे हरे रंग की होती है और साथ ही इसकी लंबाई 15-18 सेमी तक लंबाई होती है.
भिंडी की अर्का अनामिका किस्म- यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग से लड़ने में सक्षम है. इस किस्म की भिंडी में रोए नहीं पाए जाते है और साथ ही इसके फल बेहद मुलायम होते हैं. भिंडी की यह किस्म गर्मी और बारिश दोनों ही सीजन में अच्छा उत्पादन देने में सक्षम है.
भिंडी की पंजाब पद्मिनी किस्म- भिंडी की इस किस्म को पंजाब विश्वविद्यालय के द्वारा तैयार किया गया है. इस किस्म की भिंडी एक दम सीधी और चिकनी होती है. वहीं, अगर हम इसे रंग की बात करें, तो यह भिंडी गहरे रंग की होती है.
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भिंडी की अर्का अभय किस्म- यह किस्म येलोवेन मोजेक विषाणु रोग से लड़ने में सक्षम है. भिंडी की अर्का अभय किस्म को खेत में लगाने से कुछ ही दिनों में अच्छा उत्पादन देती है. इस किस्म की भिंडी के पौधे 120-150 सेमी लंबे और सीधे होते हैं.