Tractor Diesel Saving Tips: ट्रैक्टर में डीजल बचाने के 5 आसान तरीके, जिनसे घटेगी लागत और बढ़ेगा मुनाफा आगरा में स्थापित होगा अंतर्राष्ट्रीय आलू केंद्र, मोदी कैबिनेट ने 111.5 करोड़ की परियोजना को दी मंजूरी यूपी में डेयरी विकास को बढ़ावा, NDDB को मिली तीन संयंत्रों की जिम्मेदारी किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 3 March, 2022 3:28 PM IST
सूरजमुखी की खेती

किसान भाइयों के लिए सूरजमुखी की खेती उन्नत फसलों में से एक मानी जाती है, क्योंकि यह एक महत्वपूर्ण तिलहन फसल होती है. ये ही नहीं इस फसल को नकदी फसल के नाम से भी जाना जाता हैं. यह फसल किसानों को बाजार में अधिक मुनाफा कमा कर देती है.

अगर आप भी इसकी खेती से लाभ कमाना चाहते हैं, तो किसान अब सूरजमुखी की खेती की तैयारी कर सकते हैं. इस फसल की बुवाई के लिए मार्च का पहला सप्ताह को उत्तम माना जाता है. वैसे देखा जाए, तो सूरजमुखी की खेती तीन सीजनों में की जाती है. रबी, खरीफ और जायद सीजन में इसकी खेती की जाती है. ज्यादा के सीजन में सूरजमुखी की फसल सबसे ज्यादा वृद्धि करती है इस सीजन में लगभग 90 से 100 दिन में यह फसल तैयार होकर लाभ देने लगती हैं.  

सूरजमुखी फसल की तैयारी (Sunflower crop preparation)

  • इस फसल की तैयारी के लिए आपको अपने खेत में बलुई और हल्की दोमट मिट्टी की आवश्यकता होती है.
  • साथ ही आपके खेत की मिट्टी में जीवांश कार्बन की मात्रा पाई जानी चाहिए. यह फसल की वृद्धि के लिए अच्छा माना जाता है.
  • इसके अलावा खेत की मिट्टी में पर्याप्त नमीं बनी रहनी चाहिए,क्योंकि इसे बीच अच्छे से पनपते हैं.
  • साथ ही बुआई के समय पंक्ति से पंक्ति की दूरी 60सेमी और वहीं पौधों की दूरी लगभग 20 सेमी दूर होनी चाहिए.
  • बीजों की बुवाई के बाद उसमें 6लीटर से 600 से 800 लीटर पानी में पेंडीमेथिलीन दवा का मिश्रण कर फसलों पर छिड़काव करें. ऐसा करने से फसल में खरपतवार नहीं लगते हैं

यह भी पढ़ेः सूरजमुखी की बुवाई का समय नज़दीक, अच्छी उपज के लिए एक बार ज़रूर पढ़ें

सूरजमुखी बीज की किस्में (sunflower seed species)

किसानों को सूरजमुखी की फसल से अच्छा लाभ प्राप्त करने के लिए उन्नत किस्म के बीजों का भी होना बेहद जरूरी हैं. जो कुछ इस प्रकार है, जिनका इस्तेमाल अपने खेत में करने से आपको फसल में अच्छा लाभ प्राप्त होगा.

  • ईसी 68414
  • ईसी 68415
  • ईसी 69874
  • सनराइज सेलेक्शन
  • मार्डन सूर्या
  • ज्वालामुखी
  • केवीएसएच-1

सूरजमुखी की खेती से लाभ (benefits of sunflower cultivation)

किसानों को इसकी खेती से बाजार में बेहद लाभ प्राप्त होता है. क्योंकि बाजार में इस फसल की अधिक मांग होती है. इसकी फसल से कई तरह के उत्पादों को तैयार किया जाता हैं. मुख्य इस फसल से खाद्य तेल का उत्पादन किया जाता है. हृदय रोगियों के लिए इस तेल को बेहद ही लाभदायक माना जाता हैं.

English Summary: Sunflower cultivation can earn more profit in the season of Zaid
Published on: 03 March 2022, 03:35 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now