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Updated on: 18 November, 2025 11:31 AM IST
अंकुरित आलू से सेहत को हो सकते हैं ये नुकसान ( Image Source - AI generate)

देश में आलू की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है, क्योंकि आलू की मांग साल भर बनी रहती है और बाजार में इसकी कीमत भी स्थिर रहती है. आलू एक ऐसी सब्जी है, जिसे हर घर में रोजाना इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन कभी-कभी बाजारों में या घर में रखे आलू अंकुरित या हरे दिखाई देने लगते हैं. ऐसे में कई लोग यह सवाल करते हैं कि “अंकुरित आलू खाए जाएं या नहीं?”.

आज हम आपके इस सवाल का हल लेकर आए हैं. इस लेख में हम विस्तार से बताएंगे कि अंकुरित या हरे आलू में कौन-कौन से हानिकारक तत्व बनते हैं, ये आपके शरीर पर कैसे असर डाल सकते हैं, और इन्हें खाने से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए. अगर आप अपनी सेहत की चिंता करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है.

क्या होता है हरे या अंकुरित आलू में?

जब आलू को लंबे समय तक गर्म या नमी वाली जगह पर रखा जाता है, तो आलू में प्राकृतिक रूप से ग्लाइकोएल्कलॉइड्स (Glycoalkaloids) नामक रसायन बनने लगते हैं. इसमें प्रमुख तत्व हैं:

  • सोलनिन (Solanine)

  • चाकोनिन (Chaconine)

अगर आलू में हरा रंग दिखाई देने लगे या यह अधिक अंकुरित होने लगे, तो इसका मतलब है कि इन हानिकारक रसायनों की मात्रा बढ़ गई है. ऐसे आलू खाने से आपका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है.

 

कैसे असर डालते हैं ये हानिकारक तत्व?

बाजार में बिकने वाले हरे और अंकुरित आलू अगर आप खा लेते हैं, तो ग्लाइकोएल्कलॉइड्स शरीर में जहरीले प्रभाव डाल सकते हैं. इसके सेवन से कुछ घंटे में निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं:

  • लगातार उल्टी आना

  • पेट में तेज दर्द

  • दस्त होना

  • सिरदर्द और चक्कर आना

  • बुखार और थकान महसूस होना

इसलिए हरे या अंकुरित आलू को तुरंत फेंक देना चाहिए और इन्हें खाने से बचना चाहिए.

क्यों होता है आलू हरा?

आलू को अगर तेज रोशनी या सूरज की रोशनी में रखा जाता है, तो इसमें क्लोरोफिल बनने लगता है, जिससे आलू का रंग हरा हो जाता है. क्लोरोफिल स्वयं हानिकारक नहीं होता, लेकिन इसके साथ ही ग्लाइकोएल्कलॉइड्स का स्तर भी बढ़ने लगता है, जो स्वास्थ्य के लिए खतरे का कारण बनता है.

कैसे बचाएं आलू को अंकुरित होने से?

अंकुरित होने से आलू को बचाना आसान है, बस आपको कुछ स्टोरेज नियमों का पालन करना होगा:

  • आलू को ठंडी, सूखी और अंधेरी जगह में रखें, जहां रोशनी बिल्कुल न पहुंचे.

  • आलू को फ्रिज में रखने से अंकुरण की प्रक्रिया धीमी हो जाती है.

  • आलू हमेशा कागज के बैग में रखें, प्लास्टिक बैग से बचें.

  • महीने भर का आलू स्टॉक न करें, हफ्ते के हिसाब से खरीदारी करें.

  • आलू और प्याज को एक साथ न रखें, क्योंकि दोनों एक-दूसरे की अंकुरण प्रक्रिया को बढ़ाते हैं.

इन सावधानियों का पालन करके आप अपने घर के आलू को लंबे समय तक ताजा और सुरक्षित रख सकते हैं.

 

English Summary: Sprouted or green potatoes can cause serious illness know how to protect potatoes and health
Published on: 18 November 2025, 11:37 AM IST

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