फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए किसान महंगे से महंगे दामों में बीज खरीदते हैं. लेकिन कई बार किसानों के साथ धोखाधड़ी हो जाती है और ज्यादा पैसे खर्च करने के बाद भी किसानों को असली बीज प्राप्त नहीं हो पाते. ऐसे में फसल उत्पादन (Crop Production) कम होता है. आज के इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जिनके जरिए आप असली और नकली बीजों की पहचान कर सकते हैं.
क्यों बीजों की पहचान करना है जरूरी-
प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स एक्सपर्ट्स (Plant Breeding and Genetics Experts) का कहना है कि अच्छे उत्पादन के लिए किसानों को बीज अंकुरण परीक्षण करवा लेना चाहिए. अगर अंकुरण अच्छा हो तो बीज बेहतर माना जाता है. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि बीज परीक्षण में 80 से 90 फीसदी अंकुरित हो जाएं तो खेती के लिए बेहतर है. 60 से 70 फीसदी अंकुरण हो तो बीजदर बढ़ाना चाहिए. अगर इससे भी कम अंकुरण हो तो बीज बदलना ही उपयुक्त होता है. आईए जानते हैं बीज परीक्षण के घरेलू तरीके.
सूती कपड़ा विधि- यह विधि बीज परीक्षण की सबसे सरल विधि है. इसमें 100 बीजों को सूती कपड़े या जूट की बोरी में दूर-दूर रखा जाता है. फिर कपड़े या बोरी को गीला कर ढंककर अंधेरी जगह रख देते हैं. पांच दिन बाद बीजों में अंकुरण हो जाता है. इसके बाद उगे हुए बीजों को गिन कर उनका प्रतिशत निकाला जाता है.
अखबार विधि- बीजों की अंकुरण क्षमता मापने की यह अच्छी विधि है. इसमें अखबार के पेज को चार समान हिस्सों में मोड़ लिया जाता है. फिर बीजों को कतार में बिछा कर मोड़े हुए पेपर के दोनों छोरों को धागे से बांध दिया जाता है. पेपर को गीला कर पॉलीथीन में रख उसका मुंह बांध कर रख दिया जाता है. इसके 5 दिन बाद बीजों में अंकुरण का प्रतिशत निकाला जाता है.
इसके अलावा किसान भाई चाहें तो बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशाला में बीज की निःशुल्क जांच कराकर उसकी अंकुरण क्षमता की जांच करवा सकते हैं. बीज प्रमाणीकरण प्रयोगशाला में बीज के नमूने जमा करने के एक सप्ताह बाद किसान को रिपोर्ट सौंप दी जाती है. यह जांच पूरी तरह निःशुल्क होती है. इसके अलावा आप मोबाइल ऐप के माध्यम से भी असली-नकली बीज की पहचान कर सकते हैं.
इसके लिए सबसे पहले आपको प्लेस्टोर से डिजिटल किसान ऐप (Digital Kisan App) डाउनलोड करना है, जिसका पूरा नाम Digital Kisan Haryana है. यह ऐप केवल एक मिनट में किसानों को असली व नकली बीजों की जानकारी देता है. आप ऐप डाउनलोड कर गुणपत्ता जांच के ऑप्शन पर क्लिक करें, इसके बाद क्यूआर कोड को सेलेक्ट करें. बीज के पैकेट पर छपे क्यूआर कोड को स्कैन करें, ऐसा करते ही बीज असली है या नकली इसका पूरा ब्योरा आपके मोबाइल की स्क्रीन पर आ जाएगा.
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वहीं ऐसे किसान जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है वह बीज के पैकेट पर छपे बार कोड (Seed Barcode Packet) को निर्धारित नंबर पर एसएमएस भेजकर बीजों की गुणवत्ता की जानकारी (Seed Quality Information) हासिल कर सकते हैं. अगर पैकेट पर बारकोड या स्कैन कोड नहीं है तो बीज निर्माता कंपनी (Seed Manufacturing Company) पर कार्रवाई भी हो सकती है. इस ऐप के द्वारा किसानों को खेती संबंधी, मौसम संबंधी जानकारी भी दी जाती है.