Potato New Variety: भारत के घरों में बनने वाली ज्यादातर सब्जियों में आलू होता ही है. देश में बड़े पैमाने पर इसकी खेती की जाती है. जिसमें उत्तर प्रदेश अपनी अहम भूमिका अदा करता है. क्योंकि, प्रदेश के लाखों किसान इसकी खेती करते हैं और यूपी भारत का एक प्रमुख आलू उत्पादक राज्य है. इतना ही नहीं, यूपी में आलू की कुछ खास किस्में भी उगाई जाती हैं, जो कम समय में अच्चा उत्पादन देती है. यही वजह है उत्तर प्रदेश उत्पादन के मामले में टॉप पर है.
वैज्ञानिकों ने तैयार की आलू की नई किस्म
वैसे तो आलू की 70 से ज्यादा किस्में हैं, लेकिन कुफरी बहार इनमें से सबसे बेहतर किस्म मानी जाती है. इसकी खेती से देशभर के लाखों किसान अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. वहीं, आलू की बढ़ती मांग को देखते हुए, इसकी खपत भी काफी बढ़ गई है. उत्तर प्रदेश के आलू की बात करें तो ये चिप्स बनाने वाली कंपनियों में काफी लोकप्रिय है. देश की कई कंपनियां उत्तर प्रदेश से ही आलू की खरीद करती हैं. यहां उत्पादन अच्छा होने के चलते उनकी डिमांड भी पूरी हो जाती है.
तीन महीने में मिलेगा उत्पादन
वहीं, दिन प्रतिदिन आलू की बढ़ती मांग को देखते हुए हाल ही में आगरा में आयोजित इंटरनेशनल बायर सेलर मीट में आलू की एक नई किस्म पर चर्चा हुई थी. इस किस्म के आलू सामान्य आलू के मुकाबले महंगे दामों पर बिकते हैं. इस नई किस्म के आलू का विकास हाल ही में हुआ है, जिसे आलू प्रौद्योगिकी संस्थान शामगढ़ ने विकसित किया है, जो मात्र तीन महीनों में फसल तैयार कर उत्पादन देगी.
जमीन-मिट्टी की भी नहीं होगी जरूरत
आलू की इस नई किस्म पर कृषि वैज्ञानिकों द्वारा लगातार काम किया जा रहा है. आलू प्रौद्योगिकी संस्थान शामगढ़ ने इस वैरायटी को तैयार किया है. यह वैरायटी पोषण से भरपूर है और अच्छी पैदावार की क्षमता रखती है. यह किस्म मात्र 60 से 65 दिनों में तैयार हो जाती है. वैज्ञानिक इस समय को और कम करने का प्रयास कर रहे हैं. इसे एरोप्लेनिक तकनीक का उपयोग करके उगाया जा सकता है. यह वर्तमान में बाजार में नहीं है, हालांकि जल्द इसे बाजार में उतारा जा सकते हैं. वैज्ञानिक इस पर लगातार ट्रायल कर रहे हैं. इस किस्म को खासकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के किसानों के लिए तैयार किया गया है.