Rose Care Tips: देश के कई राज्यों में अभी भी मानसून की बारिश जारी है. ऐसे में अलग-अलग जगहों पर हल्की, मध्यम और तेज बारिश हो रही है. इससे जहां आम जनता को भीषण गर्मी से राहत मिल रही है, तो वहीं किसानों के लिए भी ये बारिश फायदेमंद साबित हो रही है.
मगर किसानों की कई फसलें ऐसी भी होती हैं, जो बरसात के मौसम में खराब हो जाती हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ता है. ऐसे में आइये जानते हैं बारिश के दिनों में गुलाब की खेती पर पड़ने वाले विपरित प्रभाव से किसान कैसे बच सकते हैं?
गुलाब के पौधों में लग जाते हैं कीट और फफूंद
अगर आपने भी अपने गार्डेन में गुलाब का पौधा लगा रखा है, तो ये खबर आपके लिए ही है. जी हां बरसात के मौसम में गुलाब के पौधों में कीट और फफूंद लग जाते हैं, इसलिए इन दिनों में गुलाब के पौधों का अधिक ख्याल रखना पड़ता है. ऐसे में अगर आपने भी गुलाब की खेती कर रखी है या फिर आप गुलाब की खेती करने वाले किसान हैं, तो कीट और फफूंद से कैसे बचना है आइये जानते हैं.
गुलाब के पौधों को कीट से कैसे बचाएं?
गुलाब के पौधे वाले गार्डन या खेत में नियमित रूप से निराई करें.
गुलाब के खेत में नियमित रूप से खरपतवार और जंगली घास की कटाई करनी चाहिए.
गुलाब के पौधों को फफूंद से कैसे बचाएं
मानसून के दिनों में गुलाब के पौधे में फफूंद के लगने की संभावना बढ़ जाती है, जिसका बुरा प्रभाव गुलाब की पत्तियों, तनों और जड़ों पर पड़ता है और ये सड़ जाती हैं. ऐसे में इससे बचने के लिए बारिश के दिनों में किसानों को कुछ समय के अंतराल पर लगातार नीम तेल और 3 जी फंगीसाइड जैसे फफूंद नाशक का उपयोग करते रहना चाहिए.
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बारिश के दिनों में गुलाब के पौधों में ये काम जरूर करें
मानसून शुरू होने से पहले या मानसून के दौरान गुलाब के पौधों की कटाई-छटाई करना बेहद आवश्यक होता है. दरअसल, अगर एक भी गुलाब के पौधें में कुछ सड़ा या सूखा रह जाता है, तो ये पूरी फसल को भी बर्बाद कर सकता है, क्योंकि बरसात के मौसम में इसका संक्रमण एक पौधे से दूसरे पौधे तक फैल सकता है.
ऐसे में इससे बचने के लिए गुलाब के पौधों में से समय-समय पर मृत सिरों और किसी भी सड़ी या सूखी शाखा को 45 डिग्री के कोण पर कट करके हटा दें. इससे बारिश का पानी पौधे पर नहीं ठहरता है, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है.