देश के ज्यादातर इलाकों में लोगों को पिछले दो दिनों में गर्मी से बड़ी राहत मिली है. सभी राज्यों में कहीं तेज तो कहीं हल्की वर्षा हुई है. वहीं, बरसात की वजह से खेत में फसलों को काफी फायदा पहुंचा है. जो फसलें भीषण गर्मी के कारण सूख रही थीं, अब उनमें एक तरह से नई जान आ गई है. मौसम विभाग की मानें तो जून के पहले हफ्ते तक मॉनसून दस्तक देगा. लेकिन वर्षा अभी से ही शुरू हो गई है. ऐसे में बारिश गन्ना किसानों के लिए कई तरह से फायदेमंद साबित हो सकती है. आइए जानें बारिश से गन्ना फसल को क्या होगा फायदा व कैसे बढ़ेगा उत्पादन.
तेजी से होगी गन्ना की बढ़त
गन्ना की खेती में भारी मात्रा में पानी की आवश्यकता होती है. बरसात की वजह से गन्ना की बढ़त तेजी से होगी. इसके अलावा, उत्पादन भी ज्यादा होगा. क्योंकि वर्षा की वजह से फसलें खराब नहीं होंगी. वहीं, जिन किसानों ने गन्ना के फसल लगाएं हैं, उनके लिए टॉप ड्रेसिंग करने का यह सबसे सही समय है. बारिश रुकने पर किसान गन्ने की जड़ों में यूरिया डाल सकते हैं. जिससे पौधे तेजी से विकसित होंगे. बरसात के मौसम में उत्पादन बढ़ाने के लिए यूरिया के आलावा दवाओं का भी प्रयोग किया जा सकता है. बता दें कि भारत में गन्ने का सबसे ज्यादा पैदावार उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब में होता है. ये राज्य अकेले 55 प्रतिशत गन्ना का उत्पादन करते हैं. जबकि बाकी 45 प्रतिशत उपज महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, गोवा, पुडुचेरी से होता है.
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गन्ना की किस्म
बता दें कि गन्ना की कई किस्में हैं. उसमें कुछ थोड़ी देर से तो कुछ जल्दी तैयार हो जाते हैं. को-7314, को.सी.-671, को. 8209, को.जे.एन.86-141, को.जे.एन. 9823, को. 94008, को.लख. 14201 आदि किस्म के गन्ने जल्दी पक जाते हैं.
इसके अलावा, को. जवाहर 86-2087, को.7318, को.जे.86-600, को. जवाहर 94.141 थोड़ी देर से पकते हैं. हालांकि, यह सभी सबसे बेहतर क्वालिटी के गन्ने होते हैं. इनकी खेती में ज्यादा मशक्कत करने की जरुरत नहीं होती है.