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Updated on: 28 March, 2023 7:30 PM IST
धान की अतिशीघ्र व मध्यम अवधि में पकने वाली किस्में

धान की खेती करने का समय जल्द ही आने वाला है. ऐसे में किसान भाईयों के मन में सबसे बड़ा उलझन यही रहता है कि आखिरकार वो धान की किन किस्मों की बुवाई करें. इन्हीं उलझन को देखते हुए हम आपके लिए धान की किस्मों की जानकारी लेकर आए हैं.

धान की अतिशीघ्र पकने वाली प्रजातियां

सहभागी धान की किस्म

अवधि (दिन)- 90-95   

उपज (क्वि./हे.)- 30-40 

विशेषताएं- छोटा पौधा, मध्यम पतला दाना 

उपयुक्त क्षेत्र- असिंचित क्षेत्रों में बधांन रहित समतल व हल्के ढलान वाले खेतों केलिए व बिना बंधान वाले समतल बहुत हल्की भूमि वाले छोटे मेढ़ युक्त खेत कम वर्षा वाले क्षेत्र तथा देरी से बुवाई.

दन्तेश्वरी धान की किस्म

अवधि- 90-95 

उपज प्रति हेक्टेयर- 40-50

विशेषताएं- छोटा पौधा, मध्यम आकार का दाना

उपयुक्त क्षेत्र- असिंचित क्षेत्रों में बधांन रहित समतल व हल्के ढलान वाले खेतों के लिए व बिना बंधान वाले समतल बहुत हल्की भूमि वाले छोटे मेढ़ युक्त खेत कम वर्षा वाले क्षेत्र तथा देरी से बुवाई.

धान की मध्यम अवधि में पकने वाली प्रजातियां

पूसा 1460- इस धान की किस्म से प्रति हेक्टेयर 50 से 55 क्विंटल उत्पादन मिलता है. ये 120 से 125 दिनों में तैयार होता है. इसका पौधा छोटा होता है और इसके दाने छोटे पतले होते हैं.

डब्लू.जी.एल 32100-  इस धान की किस्म को 2007 में विकसित किया गया था. इसकी फसल 125 से 130 दिनों में तैयार हो जाती है. इससे प्रति हेक्टेयर 55 से 60 क्विंटल का उपज प्राप्त होता है. इसका दाना छोटा पतला होता है.

पूसा सुगंध 4- 2002 में विकसित की गई इस धान की किस्म को तैयार होने में 120-125 दिन का समय लगता है. वहीं इससे प्रति हेक्टेयर उपज 40-45 क्विंटल मिलती है. इसका दाना लम्बा, पतला व सुगंधित होता है.

पूसा सुगंध 3- लम्बा, पतला व सुगंधित दाने वाला ये धान का किस्म 120-125 दिनों में पककर तैयार हो जाता है. ये 40-45 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज देता है.  

एम.टी.यू 1010- इस धान के किस्म के पौधे छोटे होते हैं और इसके दाने पतले होते हैं. ये 110-115 दिनों की अवधि में तैयार हो जाता है और प्रति हेक्टेयर 50-55 क्विंटल पैदावार देता है.

आई.आर.64- छोटे पौधे वाले इस धान की किस्म से प्रति हेक्टेयर 50-55 क्विंटल उपज मिलता है. इसके साथ ही लम्बा पतला दाने वाला ये किस्म 125-130 दिनों में पककर तैयार हो जाता है. 

आई.आर.36- इस धान की किस्म को बहुत पहले 1982 में विकसित किया गया था. इसके दाने लंबे पतले होते हैं और ये 120-125 अवधि में तैयार हो जाता है. इससे प्रति हेक्टेयर 45-50 क्विंटल उत्पादन मिलता है.

ये भी पढ़ेंः धान की नर्सरी की तैयारी एवं देखभाल

Note- इस लेख में दी गई धान की किस्मों की जानकारी किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग, मध्य प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट से ली गई हैं. 

English Summary: Paddy variety: Early and medium maturing varieties of paddy
Published on: 28 March 2023, 05:05 PM IST

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