मकान बनाने के लिए जिस तरीके से पहले नींव भरने की जरुरत होती है, ठीक उसी प्रकार खेती करने के लिए जुताई करने की जरुरत होती है. वैसे तो मानव सभ्यता के इतिहास में दुनिया में जबसे मनुष्य के मस्तिष्क का विकास हुआ है तब से खेती-किसानी हो रही है. मगर समय बदला, तकनीक बदली तो खेती करने का तरीका भी बदलने लगा,जहां पहले हल-बैल के द्वारा खेती की जाती थी, वहीं अब उसकी जगह बड़ी मशीनों और ट्रैक्टरों ने ले ली है.
लेकिन जुताई की परंपरा में बदलाव तो हुआ, इसलिए कृषि जागरण के इस लेख में हम खेती-किसानी में जुताई के महत्व और उससे जुड़े कई दूसरे पहलुओं के बारे में बात करने जा रहे हैं.
जुताई से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी कुछ इस प्रकार हैं:
जुताई क्या है और क्यों की जाती है?
जैसा कि लेख के शुरुआत में बताया कि जुताई करना एक तरीके से खेत की नींव रखना है. लेकिन सवाल ये है कि इसे करने के पीछे की वजह क्या है. दरअसल, जुताई करने के पीछे की सबसे बड़ी वजह मिट्टी की उर्वरक क्षमता,पानी सोखने की क्षमता को बढ़ाना हैं. जब खेती की जुताई की जाती है, तो मिट्टी को हवा, पानी, धूप जैसे कई पोषक तत्व आसानी से मिल जाते हैं. जिससे बीज को अंकुरित होने में कम समय लगता है.
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जुताई का इतिहास
जुताई के इतिहास को अगर देखा जाए तो लोहे की खोज होने से पहले जुताई अक्सर लकड़ी के छोटे औजारों के द्वारा या खुर वाले जानवरों के द्वारा की जाती थी. मगर लोहे की खोज होने बाद हल बनाया गया और जुताई में कभी इंसानों का तो कभी बैल जैसे पालतू जानवरों का इस्तेमाल किया जाने लगा. इसके बाद आता है मशीनीकरण का दौर, जहां ट्रैक्टर बनाया गया. कृषि के क्षेत्र में ट्रैक्टर का आना एक बहुत बड़ा क्रांतिकारी दौर था इसके बाद इंसान की खेती करने की क्षमता में काफी ज्यादा विस्तार हुआ.
जुताई करने के सकारात्मक प्रभाव
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जुताई होने के बाद फसल में अवशेष, जैविक सामग्री और पोषक तत्वों को मिलाने में मिट्टी समान रूप से काम करती है.
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मिट्टी की जुताई यांत्रिक रूप से खरपतवारों को हटा देती है, जोकि पौधे के विकास में रुकावट डालते हैं.
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जुताई करने के बाद मिट्टी में बुवाई से पहले मिट्टी को धूप मिल जाती है जिससे उसमें कई सारे पोषक तत्वों में इजाफा हो जाता है.
मिट्टी की गुणवत्ता में होता है सुधार
खेत की जुताई करने से मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार होता है. जिससे पेड़ को ज्यादा अच्छा पोषण मिलता है औऱ फलों के उत्पादन में वृद्धि होती है.
जुताई करने से पहले रखें इन बातों का ध्यान
खेत में जुताई करने पहले इन चीजों का ध्यान रखें कि किसी भी प्रकार की ऐसी कोई चीज न हो जोकि आपके ट्रैक्टर या मशीन को नुकसान पहुंचाए. खासकर कांच की किसी भी प्रकार की कोई चीज या लोहे की चीज न हो. इसके लिए जिस मशीन का आप इस्तेमाल करें उसके बारे में पहले जान लें, क्योंकि हर एक मशीन की अपनी खासियत होती है जिसके आधार पर वह काम करती है. जुताई करते समय गहराई का जरूर ध्यान रखें.