आज हम आप को एक ऐसे कीट के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसे अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. जैसे- गोबर कीड़ा ,गोबररया कीड़ा और वैज्ञानिक तौर से इसे वाइट ग्रब या सफ़ेद लट कहते हैं. आमतौर पर किसान गोबर अथवा कम्पोस्ट की खाद अन्य स्थानों से अपने खेत में लाते हैं जो कभी-कभी कम पकी तथा कच्ची रह जाती है, इस प्रकार कच्ची खाद में या बिना अच्छी तरह से सड़ी हुई खाद में यह कीट आमतौर पर रहता है.
इससे फसल के ऊपर क्या विपरीत प्रभाव होता है इसके बारे में जानने से पहले इसके जीवन चक्र के बारे में जानते हैं.
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वाइट ग्रब मई के मध्य या बाद में अच्छी बारिश के बाद शाम के समय ( शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक ) मिट्टी से बाहर निकलते हैं। वाइट ग्रब, 76-96 दिनों में अपने जीवन चक्र को पूरा करता है.
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अंडे:- अंडों की अवधि 8-12 दिनों की होती है अण्डों का रंग सफेद, लगभग गोल होता है.
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लार्वा:- लार्वा की अवधि 56-70 दिनों की होती है, युवा ग्रब मांसल परभासी, सफेद पीले रंग के होते हैं तथा अंग्रेजी के अक्षर 'सी' के आकार के होते हैं.
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प्यूपा:- प्यूपा का जीवन काल 12-20 दिनों का होता है.
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वयस्क:- वयस्क का रंग गहरा भूरा होता है। वाइट ग्रब का वयस्क 18-20 मिली मीटर लम्बा और 7-9 मिली मीटर चौड़ा होता है, बारिश की शुरुआत के बाद 3-4 दिनों के भीतर वयस्क मिट्टी से बाहर निकलता है.
वाइट ग्रब से होने वाले नुकसान
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वाइट ग्रब का प्रकोप मुख्य रूप से किसानों द्वारा पौधे को गोबर की खाद देने से होती है.
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इसका लार्वा पौधे की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है, जिसके कारणवश पौधा मुरझा जाता है एवं कुछ समय बाद पौध मर जाता है.
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इसका वयस्क रात में मिट्टी से बाहर निकलता है तथा पौधों की पत्तियों को खाता है.
नियंत्रण
लार्वा / ग्रब नियंत्रण
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गर्मियों में जुताई करें .
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सड़ी हुई गोबर की खाद का प्रयोग करें.
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जब किसान भाई जमीन में खाद देते हों तब खाद के साथ कीटनाशक डस्ट का उपयोग करें.
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क्लोरपायरीफॉस 20 ईसी की ड्रैंचिंग 1 - 1.5 मिली प्रति लीटर पानी में डालकर करें.
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वयस्क नियंत्रण
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खेत एवं खेत के आस-पास की भूमि को साफ़ सुथरा रखें.
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मॉनसून की पहली बारिश के बाद शाम 7 बजे से रात 10 के बीच लाइट ट्रैप-1 प्रति एकड़ रखें.
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मोनोक्रोटोफॉस 36 एस एल @ 1.6 मिली लीटर प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें (4:00 से 6:00 बजे शाम के समय में छिड़काव करें ).