Success Story: बीसीए की डिग्री लेकर शुरू किए मछली पालन, अब सालाना कमा रहे 20 लाख रुपये खुशखबरी! पीएम किसान की 18वीं किस्त हुई जारी, करोड़ों किसानों के खाते में पहुंचे पैसे धान के पुआल से होगा कई समस्याओं का समाधान, जानें इसका सर्वोत्तम प्रबंधन कैसे करें? केले में उर्वरकों का प्रयोग करते समय बस इन 6 बातों का रखें ध्यान, मिलेगी ज्यादा उपज! भारत का सबसे कम ईंधन खपत करने वाला ट्रैक्टर, 5 साल की वारंटी के साथ Small Business Ideas: कम निवेश में शुरू करें ये 4 टॉप कृषि बिजनेस, हर महीने होगी अच्छी कमाई! ये हैं भारत के 5 सबसे सस्ते और मजबूत प्लाऊ (हल), जो एफिशिएंसी तरीके से मिट्टी बनाते हैं उपजाऊ Mahindra Bolero: कृषि, पोल्ट्री और डेयरी के लिए बेहतरीन पिकअप, जानें फीचर्स और कीमत! Multilayer Farming: मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से आकाश चौरसिया कमा रहे कई गुना मुनाफा, सालाना टर्नओवर 50 लाख रुपये तक पपीता की फसल को बर्बाद कर सकता है यह खतरनाक रोग, जानें लक्षण और प्रबंधित का तरीका
Updated on: 7 September, 2023 12:07 PM IST
Varieties of lemons

नींबू की खेती काफी बड़े स्तर पर की जाती है. यह पीले रंग का बहुत ही खट्टा और चटपटे स्वाद का होता है. इसका इस्तेमाल चटनी, अचार और शरबत बनाने में किया जाता है. इसके अलावा इसे औषधीय गुणों के लिए भी जाना जाता है. इसकी खेती के लिए कम देखभाल की जरुरत होती है. आज हम आपको इस विभिन्न प्रकार की किस्मों और उनकी जुड़ी खासियत के बारे में बताने जा रहे हैं.

नींबू की किस्म

गोंधोराज लेबू

इस नींबू की किस्म की खेती बंगाल में ज्यादातर होती है. गोंधोराज लेबू की खेती यहां बड़े मात्रा में की जाती है. इसके छिलके मोटे और काफी मजबूत होते हैं. इसकी खुशबू काफी अच्छी होती है. इसका इस्तेमाल बंगाल के डाक्टर औषधि बनाने में करते हैं.

नेपाली गोल

नेपाली गोल किस्म के नींबू की खेती भारत के दक्षिणी राज्यों में उगाई जाती है. इस नींबू में अन्य नींबू की तुलना में काफी ज्यादा रस होता है. इस किस्म का नाम नेपाली है लेकिन यह दक्षिणी राज्यों में बहुत ही प्रसिद्ध है.

मौसंबी नींबू

इस नींबू आकाक मौसंबी की तरह होता है. यह सबसे आसानी से मिलने वाली किस्म है. इसे आप किसी भी फल या सब्जियों की दुकान पर आसानी से खरीद सकते हैं. यह नींबू के प्रमुख किस्मों में एक जो स्वाद में हल्का कड़वा और मीठा होता है.

शरबती नींबू

इस नींबू कि छिलके काफी मोटे होते हैं और इनका रस काफी मीटा होता है. इसकी खेती मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ राज्यों में ज्यादा होता है. इसका उपयोग ज्यादातर आचार बनाने के लिए किया जाता है.

ये भी पढें: प्राकृतिक विधि से जायफल की खेती से होगी दोगुनी कमाई

काजी नींबू

यह असम राज्य का प्रसिद्ध नींबू है. इस पौधे को तैयार होने में एक साल तक का समय लग जाता है.  अन्य नींबू की तुलना में यह काजी नींबू अधिक रसदार और ताजा होता है. इसका इस्तेमाल भी जूस और आचार बनाने में किया जाता है.

English Summary: Know about these special varieties of lemons
Published on: 07 September 2023, 12:10 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now