भारत में मशरूम को अब बहुत ज्यादा पसंद किया जाने लगा है. खासकर बड़े शहरों में लोग मशरूम की अलग-अलग वैरायटी को काफी पसंद कर रहे हैं. कई इलाकों में तो मशरूम की बिक्री आलू-टमाटर-प्याज की तरह हो रही है. यही कारण है कि अब किसान भी पारंपरिक फसलों के साथ-साथ मशरूम उत्पादन की यूनिट भी लगा रहे हैं. भारत में ही सैंकड़ों किस्मों को उगाया और खाया जा रहा है इस बीच ब्लू ऑयस्टर मशरूम ने काफी तारीफें बटोरी हैं. पहले तो ब्लू ऑयस्टर मशरूम सिर्फ पहाड़ी इलाकों में उगाया जाता था, लेकिन खेती की नई तकनीक आजाने से अब छोटे से कमरे में भी किसान इसकी खेती कर रहे हैं.
मशरूम की खेती का तरीका
ब्लू ऑयस्टर मशरूम की खेती के लिए सबसे पहले पुआल तैयार करते हैं. जिसे सोयाबीन की खोई, गेहूं के भूसे, धान के पुआल, मक्का के डंठल, तिल, अरहर, बाजारा, गन्ने की खोई, सरसों के पुआल, कागज के कचरे, कार्डबोर्ड, लकड़ी के बुरादे जैसे कृषि अवशिष्टों तैयार कर सकते हैं. फिर पुआल को पॉलीथिन बैग में भरकर बिजाई के लिए अच्छे से तैयार कर लेना चाहिए, अब सभी बैग के मुंह को बांध दें फिर सभी बैग में 10-15 छेद कर दें, आखिरी में इन्हें किसी अंधेरे और एकांत कमरे में बंद करके छोड़ दें. विशेषज्ञों के मुताबिक़ 15 से 17 दिनों में प्लास्टिक बैग में मशरूम का कवक जाल पूरी तरह से फैल जाएगा, करीब 23 से 24 दिनों बाद पूरी तरह तैयार हो जाएंगे, जिसे तोड़ सकते हैं.
सरकार से मिलती 50 प्रतिशत सब्सिडी
बिहार सरकार के कृषि विभाग, उद्यान निदेशालय की ओर से एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत मशरूम की खेती के लिए 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है. योजना के तहत मशरूम उत्पादन इकाई की कुल लागत 20 लाख रुपए निर्धारित है. इस लागत का 50 प्रतिशत खर्च यानी 10 लाख रुपए राज्य सरकार देती है. इस तरह किसानों को 10 लाख तक की सब्सिडी दी जाती है.
मशरूम की खेती करने की ट्रेनिंग
खेती का प्रशिक्षण सभी एकग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीज और कृषि अनुसंधान केंद्रों में मिलता है. जहां से इसकी खेती की ट्रेनिंग लेकर बड़े पैमाने पर उत्पादन कर सकते हैं. इन प्रशिक्षण शिविरों में मशरूम की खेती, मशरूम की बिक्री के लिए मार्केट आदि की जानकारी दी जाती है.
यहां से मिलेगा मशरूम का बीज
सरकारी कृषि केंद्र से मशरूम का बीज खरीद सकते हैं, साथ ही प्राइवेट नर्सरी से भी बीज खरीदे जा सकते हैं. हालांकि अब तो ऑनलाइन साइट पर भी बीज उपलब्ध हैं. बता दें मशरूम का बीज 75 से 80 रुपए प्रति किलो मिलेगा लेकिन कई बार बीज की कीमत ब्रांड और किस्म पर भी निर्भर करती है.
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मशरूम की खेती से लाभ
ब्लू ऑयस्टर मशरूम बाजार में करीब 150 से 200 रुपए प्रति किलो के भाव से बिकता है. ऐसे में खेती से अच्छी कमाई कर सकते हैं. मशरूम का पाउडर बना कर भी बेच सकते हैं, क्योंकि बॉडी बिल्डिंग के लिए हैल्थ सप्लीमेंट में इसका बहुत इस्तेमाल होता है.