Weather Update: आज इन 7 राज्यों में होगी बारिश, IMD ने जारी की चेतावनी, जानें आपके शहर का मौसम पूर्वानुमान! महिंद्रा फार्म इक्विपमेंट बिजनेस ने सितंबर 2025 में दर्ज की 50% वृद्धि, घरेलू बिक्री 64,946 ट्रैक्टर तक पहुंची एनएचआरडीएफ द्वारा पांच दिवसीय मशरूम उत्पादन ट्रेनिंग प्रोग्राम का सफल समापन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ जायटॉनिक नीम: फसलों में कीट नियंत्रण का एक प्राकृतिक और टिकाऊ समाधान Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं
Updated on: 26 November, 2022 5:15 PM IST
मिर्च उत्पादन बढ़ाने के टिप्स

आजकल कई किसानों ने गेंहू-चावल की पारंपरिक खेती छोड़ कर मिर्च की खेती करनी शुरू कर दी है. मिर्च की खेती कम लागत में अच्छा मुनाफा देती है. अगर कुछ बातें ध्यान रखें तो मिर्च से काफी अधिक मात्रा में उत्पादन लिया जा सकता है. आज के इस लेख में हम आपको मिर्च का उत्पादन बढ़ाने के टिप्स बताएंगे. चलिए शुरूआत करते हैं.

मिर्च की खेती शुरू करने से पहले मृदा परीक्षण करवा लें. ताकि पौधों की उत्पादक क्षमता को बढ़ाने वाले तत्वों की कमी का पता लग सके. ध्यान रखें कि मिर्च की खेती ऐसी मिट्टी में करें जिसमें कार्बनिक तत्व भरपूर हो. जीवांशयुक्त अच्छे जल निकास वाली दोमट या बलुई मिट्टी इसकी खेती के लिए सही होती है.

मिर्च के लिए बीज या पौधों का चुनाव करते वक्त गुणवत्ता का ध्यान रखें. अगर आप बीज बुवाई करने वाले हैं तो उन्हें बोने से पहले कम से कम 10 मिनट के लिए पानी में भिगो कर रखें. पकी हुई मिर्च के बीज आप सीधे बो सकते है. रोपाई के लिए जलवायु के हिसाब से अच्छी किस्म का प्रयोग करें.

अगर आप पौधों की बुवाई कर रहे हैं तो रोपाई से पहले जड़ों को माइकोराइजा 5 मिली प्रति लीटर पानी की दर वाले सोल्यूशंस में मिला देना चाहिए. इससे जड़ों का अच्छा विकास होता है. मिर्च का अच्छा उत्पादन हो इसके लिए पौधों की जड़ों का विकास होना जरूरी है.

खेत की तैयारी के समय एक एकड़ में 80-100 क्विंटल गोबर की सड़ी हुई खाद या 50 क्विंटल वर्मीकंपोस्ट मिलाएं और नाइट्रोजन में 48-60 किलो, फास्फोरस 25 किलो तथा पोटाश 32 किलो प्रति एकड़ का उपयोग करना चाहिए, इससे पौधों को विकास के लिए उचित पोषण मिलता है.

मिर्च की पौध रोपाई करते समय पक्तियों की बीच की दूरी 2 फीट रखें. 4 से 8 सप्ताह की मिर्च की पौध की रोपाई समतल खेत में अथवा मेड़ों पर करना अच्छा होगा.

मिर्च के पौधों के विकास के लिए खेत में पानी जमा न होने दें. मिट्टी में ज्यादा पानी होने से जड़ें गल जाती हैं और उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है.

मिर्च के अच्छे उत्पादन के लिए मिट्टी में जैविक खाद मिलाएं. आप चाय की पत्ती, अंड़े के छिलके, प्याज के छिलके, सब्जियों के छिलके सुखाकर पीस लें और इसमें थोड़ा कॉयर फाइबर और मिर्च पाउडर मिलाएं. इसके अलावा आप दूसरी तरह की खाद तैयार कर सकते हैं. इसके लिए चावल के खट्टे पानी में मूंगफली का केक डालकर सात दिन के रख दें. इसके बाद इस मिश्रण में प्रति गिलास दस गिलास पानी मिलाकर पतला कर लें और हफ्ते में एक बार मिर्च के पौधों में डालें. इससे उत्पादन बढ़ता है व पौधे स्वस्थ रहते हैं. मिर्च की पैदावार बढ़ाने के लिए पुराने अखबार या कागज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर पौधों के नीचे की मिट्टी में मिलाकर मिट्टी से ढंक दें.

पौधों की कीट से बचाने के लिए चावन के पानी का छिड़काव करें. मिट्टी में नीम की खली डालें. वहीं उत्पादन बढ़ाने के लिए एक लीटर पानी में एक चम्मच हींग पाउडर डालकर पौधों की कलियों और फूलों पर छिड़कें. इससे फूल गिरेंगे नहीं और अच्छा उत्पादन मिलेगा। पौधों में तेजी से फूल लगें इसके लिए चावल के पानी में राख डालकर पानी से पतला करें और पौधों पर डालें. इससे तेजी से फूल खिलेंगे और उत्पादन बढ़ेगा.

English Summary: If you want to increase the production of chili, follow these tips, the crop will be doubled
Published on: 26 November 2022, 05:24 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now