New Varieties of Sugarcane: किसानों की आमदनी बढ़ाने और लागत को कम करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों के द्वारा कई तरह की नई-नई किस्मों को विकसित किया जाता है, जो कम समय में किसानों को अच्छी पैदावार देने में मदद करती है. इसी क्रम में ICAR- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने हाल ही में गन्नों की 4 नई किस्मों को विकसित किया है, जिनका नाम कुछ इस प्रकार से हैं. करन 17 (Co 17018), IKHSU-16 (CoLk 16202), IKHSU-17 (CoLk 16470) और CoPb 99 (CoPb 17215) है.
बता दें कि ICAR के द्वारा लॉन्च की गई गन्ने की ये 4 नई किस्में भारत की विभिन्न जलवायु वाले क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त है. ऐसे में आइए इस लेख मे जानते हैं कि गन्ने की इन नई किस्मों की खासियत औऱ अन्य जरूरी जानकारी...
गन्ने की 4 नई उन्नत किस्में/Four New Varieties of Sugarcane
करन 17 (Co 17018) : गन्ने की करन 17 (Co 17018) किस्म हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड के किसानों के लिए लाभकारी साबित हो सकती है. गन्ने की यह किस्म यह देर से बोई गई समय पर सिंचाई के लिए उपयुक्त है. किसान इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 914.8 क्विंटल तक पैदावार पा सकते हैं. वही,गन्ने की नई किस्म करन 17 (Co 17018) में सुक्रोज 18.38%, सीसीएस 12.78%, लवणता के प्रति सहिष्णु है. इसके अलावा यह किस्म लाल सड़न के प्रति मध्यम प्रतिरोधी, स्मट के प्रति संवेदनशील, अधिकतर वाईएलडी के प्रति मध्यम प्रतिरोधी, शूट बेधक, डंठल बेधक और शीर्ष बेधक के प्रति कम संवेदनशील है.
IKHSU-16 (CoLk 16202) : गन्ने की यह नई किस्म IKHSU-16 (CoLk 16202) पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए तैयार किया गया है. गन्ने की इस किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर 932 क्विंटल उपज पा सकते हैं. इस किस्म की मैच्योरिटी 10 महीने तक की होती है. गन्ने की यह नई किस्म सूखे के प्रति सहनशील, लाल सड़न रोगज़नक़, स्मट, विल्ट के CF08 और CF13 के प्रति मध्यम प्रतिरोधी है.
CoPb 99 (CoPb 17215): गन्ने की यह नई किस्म ओपेन पॉलीनेटेड वैराइटी है. जो पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, राजस्थान, उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए खासतौर पर तैयार की गई है. इस किस्म से किसान प्रति हेक्टेयर औसत गन्ना उपज 901.4 क्विंटल तक प्राप्त कर सकते हैं. गन्ने की नई किस्म CoPb 99 (CoPb 17215) की 12 महीने की मैच्योरिटी है. गन्ने की CoPb 99 (CoPb 17215) किस्म लाल सड़न की प्रचलित प्रजातियों के लिए मध्यम प्रतिरोधी/प्रतिरोधी, प्रारंभिक शूट बेधक, डंठल बेधक और शीर्ष बेधक के प्रति कम संवेदनशील है.
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IKHSU-17 (CoLk 16470) : गन्ने की नई किस्म IKHSU-17 (CoLk 16470) उत्तर प्रदेश का पूर्वी भाग, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम के लिए है. क्योंकि इस क्षेत्रों में रहने वाले किसान इस किस्म से अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकते हैं. गन्ने की यह किस्म प्रति हेक्टेयर उपज 825.0 क्विंटल तक देती है. गन्ने की इस वैराएटी की 360 दिन की मैच्योरिटी है. वही, गन्ने की इस किस्म की खासियत यह है कि यह लाल सड़न, स्मट के प्रति मध्यम प्रतिरोधी, प्रमुख कीट-कीटों के प्रति कम से कम संवेदनशील होती है.