Poultry Farming: बारिश के मौसम में ऐसे करें मुर्गियों की देखभाल, बढ़ेगा प्रोडक्शन और नहीं होगा नुकसान खुशखबरी! किसानों को सरकार हर महीने मिलेगी 3,000 रुपए की पेंशन, जानें पात्रता और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुशखबरी! अब कृषि यंत्रों और बीजों पर मिलेगा 50% तक अनुदान, किसान खुद कर सकेंगे आवेदन किसानों को बड़ी राहत! अब ड्रिप और मिनी स्प्रिंकलर सिस्टम पर मिलेगी 80% सब्सिडी, ऐसे उठाएं योजना का लाभ GFBN Story: मधुमक्खी पालन से ‘शहदवाले’ कर रहे हैं सालाना 2.5 करोड़ रुपये का कारोबार, जानिए उनकी सफलता की कहानी फसलों की नींव मजबूत करती है ग्रीष्मकालीन जुताई , जानिए कैसे? Student Credit Card Yojana 2025: इन छात्रों को मिलेगा 4 लाख रुपये तक का एजुकेशन लोन, ऐसे करें आवेदन Pusa Corn Varieties: कम समय में तैयार हो जाती हैं मक्का की ये पांच किस्में, मिलती है प्रति हेक्टेयर 126.6 क्विंटल तक पैदावार! Watermelon: तरबूज खरीदते समय अपनाएं ये देसी ट्रिक, तुरंत जान जाएंगे फल अंदर से मीठा और लाल है या नहीं Paddy Variety: धान की इस उन्नत किस्म ने जीता किसानों का भरोसा, सिर्फ 110 दिन में हो जाती है तैयार, उपज क्षमता प्रति एकड़ 32 क्विंटल तक
Updated on: 18 August, 2022 5:17 PM IST
millet crop

देश के कई राज्यों में बाजरा शुष्क क्षेत्रों के लिए एक महत्वपूर्ण खरीफ की फसल है, लेकिन बाजरे की खेती करने वाले किसानों की आम समस्या फसलों में कीट व फड़का का लग जाना है.

यही वजह है कि बाजरे की खेती करने वाले किसानों को कृषि विशेषज्ञ कीट और रोग नियंत्रण करने की सलाह देते हैं. इसके साथ ही कृषि वैज्ञानिक  किसानों को बाजरे की उत्तम पैदावार के लिए खेत की अच्छी तैयारी, उन्नत किस्मों का चुनाव, समय पर बुआई और संतुलित मात्रा में खाद व उर्वरक के उपयोग के फॉर्मुला भी आए दिन बताते हैं, ताकि किसान बाजरे की फसल से अच्छी पैदावार प्राप्त कर सकें.

राजस्थान के किसान बाजरा में कीट व फड़का लगने से परेशान

ताजा मामला राजस्थान से है. इन दिनों राज्य के जयपुर के किसान बाजरे की फसल में लगने वाले कीट व फड़का से बेहद परेशान हैं. आलम ये है कि उन्हें इसकी वजह से नुकसान भी झेलना पड़ रहा है. इसी कड़ी में कृषि विभाग की टीम ने जयपुर स्थित कोटपूतली शहर में सर्वे किया और किसानों को बाजरे की फसलों को फड़का व कीट के प्रकोप से बचाने के आसान फॉर्मुला के बारे में बताया.

कृषि विभाग की टीम ने बताया ये आसान उपाय

मीडिया रिपोट्स के मुताबिक, एक सहायक कृषि अधिकारी ने किसानों को बाजरे की फसलों को तना मक्खी व तना छेदक कीट के नियंत्रण के उपाय के बारे में बताते हुए सलाह दी है कि किसान अपनी फसल में इमिडाक्लोप्रीड 17.8 एसएल आधा मिलीलीटर को प्रति लीटर पानी की दर से छिड़क सकते हैं. इसके साथ ही क्लोरोपायरिफोस 20 ईसी या फिप्रोनिल 3 प्रतिशत जी/ 5 प्रतिशत एससी / 3.5 प्रतिशत एससी या क्लोरोपायरिफोसविक्रय का भी उपयोग कर सकते हैं.

ये भी पढ़ें: Bajra Crop Disease: बाजरा की फसल में लगने वाले अरगट रोग की रोकथाम कैसे करें? जानिए आधुनिक तकनीक

किसान सावधानी से करें छिड़काव

इस दौरान सहायक कृषि अधिकारी ने किसानों को सावधानी बरतने की सलाह देते हुए कहा कि कीटनाशक का छिड़काव करते वक्त अपने बचाव के लिए पूरी तैयारी कर लें और अपने को बचाते हुए सावधानीपूर्वक छिड़काव करें.

बता दें कि कोटपूतली के कई क्षेत्र के किसान बाजरे की फसलों में फड़का व कीट लगने के प्रकोप से काभी परेशान थे, जिसके बाद उन्होंने इसकी सूचना कृषि विभाग की टीम को दी. इसके बाद कृषि विभाग की टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर किसानों को इससे बचने के उपाय बताये.

English Summary: how to protect millet crop from pests and pests, follow this easy formula
Published on: 18 August 2022, 05:26 PM IST

कृषि पत्रकारिता के लिए अपना समर्थन दिखाएं..!!

प्रिय पाठक, हमसे जुड़ने के लिए आपका धन्यवाद। कृषि पत्रकारिता को आगे बढ़ाने के लिए आप जैसे पाठक हमारे लिए एक प्रेरणा हैं। हमें कृषि पत्रकारिता को और सशक्त बनाने और ग्रामीण भारत के हर कोने में किसानों और लोगों तक पहुंचने के लिए आपके समर्थन या सहयोग की आवश्यकता है। हमारे भविष्य के लिए आपका हर सहयोग मूल्यवान है।

Donate now